प्रमुख प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय सिमटे

लोकसभा चुनाव का मतदान निपटते ही प्रमुख प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय भी सिमट गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 11:25 PM (IST) Updated:Thu, 25 Apr 2019 06:29 AM (IST)
प्रमुख प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय सिमटे
प्रमुख प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय सिमटे

जेएनएन, पीलीभीत : लोकसभा चुनाव का मतदान निपटते ही प्रमुख प्रत्याशियों के चुनावी कार्यालय भी सिमट गए। पार्टियों के कार्यालयों पर भी पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा। एक दिन पहले तक इन स्थानों पर कार्यकर्ताओं की खासी रौनक रहती रही है। अब इन कार्यालयों में कार्यकर्ताओं के लिए कोई काम नहीं रह गया। इस वजह से इन्हें बंद करना ही बेहतर समझा गया।

भाजपा प्रत्याशी वरुण गांधी ने टनकपुर हाईवे स्थित सुभाष नगर में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका संजय गांधी के संसदीय कार्यालय के पास ही अपना मुख्य चुनावी कार्यालय बनाया था। साथ ही स्टेशन रोड पर गैस चौराहा के पास भी एक अन्य चुनाव कार्यालय खोला था लेकिन मतदान निपटते ही दोनों कार्यालय बंद कर दिए गए। बुधवार को दोपहर मुख्य चुनाव कार्यालय से फर्नीचर समेटा जा रहा था। इसी तरह सपा गठबंधन के प्रत्याशी हेमराज वर्मा ने अपना चुनाव कार्यालय आवास विकास कॉलोनी में माता यशवंतरी देवी मंदिर के सामने स्थित एक आवास पर बनाया था। आज सुबह इस कार्यालय को भी बंद कर दिया गया। सपा कार्यालय तो खुला दिखा लेकिन वहां कोई कार्यकर्ता नजर नही आया। कुर्सियां खाली पड़ी रहीं। भाजपा का अभी कहीं कार्यालय ही नहीं है। जो जिलाध्यक्ष बनता है, वह अपने आवास से ही संगठन का कामकाज चला लेता है। यही हाल बसपा का है। संगठन की मीटिग के लिए खकरा रोड पर स्थित पूर्व मंत्री अनीस अहमद खां फूल बाबू का खाली पड़ा आवास उपयोग में ले लिया जाता है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार गुप्ता अपना दल के टिकट पर लड़े लेकिन उन्हें निर्दलीय की माना गया। अलबत्ता स्टेडियम रोड स्थित उनके चुनाव कार्यालय पर कांग्रेसियों का जमावड़ा लगा रहता था लेकिन मतदान के बाद यह कार्यालय भी बंद हो गया।

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