लवाणा ने कारगिल में दुश्मनों के छुड़ाए थे छक्के
कारगिल युद्ध की जीत में अहम योगदान देने वाले पूरनपुर के शहीद सुरेंद्र सिंह लावणा ने दुश््मनों के छक्के छुड़ा दिए थे।
पूरनपुर (पीलीभीत) : कारगिल युद्ध की जीत में अहम योगदान देने वाले पूरनपुर के शहीद सुरेंद्र ¨सह लवाणा ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए थे। जान की परवाह किए बगैर वह दुश्मनों का सामना करते रहे और उन्हें खदेड़ दिया। मोर्चा संभालते समय दुश्मन की गोली लगने से उन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। लवाणा का जन्म तहसील क्षेत्र के गांव रुद्रपुर गांव में हुआ था। देश सेवा का जज्बा लेकर सुरेंद्र ¨सह फौज में भर्ती हुए थे। वर्ष 1998 के कारगिल युद्ध के समय उन्हें देश की रक्षा के लिए सीमा पर भेजा गया। जहां उन्होंने दुश्मनों का डटकर सामना किया और देश की सेवा करते करते धरती मां की गोद सो गए। शहीद सुरेंद्र ¨सह के परिजन उनकी शहादत पर गर्व कर रहे थे। पिता की समाधि पर जाने के दौरान उनके बड़े बेटे सुख¨वदर ¨सह सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। पति के शहीद होने के बाद बेटे की मौत पर घर की पूरी जिम्मेदारी पत्नी गुरमीत कौर पर आ गई।