चलने लायक नहीं हरदासपुर-बरहनी मार्ग

किसानों के चंदे से 35 साल पहले बने हरदासपुर-बरहनी मार्ग खस्ताहाल हो गया है लेकिन विभाग ने खस्ताहाल मार्ग के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Oct 2019 06:17 PM (IST) Updated:Fri, 04 Oct 2019 06:17 PM (IST)
चलने लायक नहीं हरदासपुर-बरहनी मार्ग
चलने लायक नहीं हरदासपुर-बरहनी मार्ग

संवाद सूत्र, मझोला (पीलीभीत) : किसानों के चंदे से 35 साल पहले बने हरदासपुर-बरहनी मार्ग खस्ताहाल हो गया है, लेकिन विभाग ने खस्ताहाल मार्ग के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया। उत्तराखंड-उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाले इस मार्ग की मरम्मत न कराने से स्थानीय लोगों में रोष है। किसानों के गन्ने की फसल भुगतान से हुई कटौती से एकत्र धनराशि से मझोला गन्ना सोसायटी के द्वारा इस मार्ग को सीसी रोड बनाया गया था। यह मार्ग बरहनी हरदासपुर होते हुए दांडी गांव समीम उत्तराखंड नानकमत्ता को 3 किलोमीटर तक मार्ग में गहरे गहरे गड्ढे हो गए हैं। लोगों को अपने घर आने के लिए कटैया गुरुद्वारे से हरदासपुर 15 किलोमीटर घूम कर आना होता है। उत्तराखंड से आने वाले ग्रामीणों को लगभग मझोला होकर 50 किलोमीटर की यात्रा तय करनी पड़ती है। फोटो 4 पीआइएलपी 20

-गांव निवासी अमरजीत सिंह का कहना है कि यह मार्ग 35 साल पहले बनाया गया। इस संपर्क मार्ग को हमारे गन्ने की पेमेंट से पैसा काटकर मार्ग बनाया गया था। फोटो 4 पीआइएलपी 21

-हरदासपुर निवासी जीत सिंह का कहना है कि जल मार्ग से गुजरना होता है। बाइक से जाना दुश्वार हो जाता है। मार्ग में गहरे गहरे गड्ढे हो चुके हैं। अब तो मार्ग पर घास होने लगी है। फोटो 4 पीआइएलपी 22

-हरदासपुर निवासी हरभजन सिंह मन्नू का कहना है कि हरदासपुर से बरेली या उत्तराखंड जाना हो तो घूम कर जाना पड़ता है, जिसमें 25 30 किलोमीटर की यात्रा अतिरिक्त करनी पड़ती है। रोड बेहद खस्ताहाल हैं। फोटो 4 पीआइएलपी 23

-परमजीत सिंह राणा निवासी हरदासपुर का कहना है कि मार्ग से गुजरने में शरीर में दर्द होने लगता है। मार्ग बदहाल होने की वजह से राहगीरों को काफी दिक्कतें हो रही हैं।

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