गौढ़ी जलाने के मामले में कार्रवाई तय

गौढि़यों में आग लगाने के मामले में शुक्रवार देर शाम लखनऊ से लेकर जिले का वन अधिकारियों का काफिला टाटरगंज पहुंचा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Jan 2019 10:50 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jan 2019 10:50 PM (IST)
गौढ़ी जलाने के मामले में कार्रवाई तय
गौढ़ी जलाने के मामले में कार्रवाई तय

पूरनपुर (पीलीभीत) : गौढि़यों में आग लगाने के मामले में शुक्रवार देर शाम लखनऊ से लेकर जिले तक के वन अधिकारियों का काफिला टाटरगंज जंगल पहुंचा। जलाई गई गौढि़यों का निरीक्षण किया। गौढ़ी संचालकों से पूछताछ भी की गई।

लखनऊ से प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव सुनील पांडेय, लखीमपुर खीरी फील्ड डायरेक्टर रमेश पांडेय, मुख्य वन संरक्षक प्रोजेक्ट दुधवा टाइगर रिजर्व पीके शर्मा, डीडी दुधवा महावीर कलौजी और डीडी उत्तर खीरी नार्थ अनिल पटेल वन रेंज संपूर्णानगर की हजारा बीट के टाटरगंज के जंगल पहुंचे। मौके के हालातों को देखकर गौढ़ी संचालकों से पूछताछ की। संचालक हामिद ने वन विभाग की टीम के बिना सूचना के गौढि़यों को जला देने का आरोप लगाया। इसके अलावा अन्य भी कई आरोप प्रत्यारोप लगाए। प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव के तेवरों को देख कर ऐसा लग रहा है कि इस मामले में किसी भी वन अधिकारी पर गाज गिर सकती है। शासन स्तर तक गंभीरता से लिया गया है। मृत मवेशियों का हुआ पोस्टमार्टम

गौढि़यों पर मृत पड़े मिले मवेशियों का पोस्टमार्टम गांधीनगर हजारा पशु चिकित्सा डॉक्टर सौरभ सिंघाई ने किया। उन्होंने बताया कि दो मवेशी 10 दिन पूर्व के मृत हैं और अन्य दो पशु आग से झुलसे हुए मृत हैं। ठंड से बीमार पड़े जानवरों का इलाज भी किया गया। प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने चिकित्सक से मवेशियों का इलाज करने के लिए कहा है। ठंड का सितम झेल रहे मवेशी

गौढि़यों को जलाने के बाद मवेशी खुले आसमान के नीचे आ गए हैं जो जंगल में ठंड के सितम से बेहाल है। कुछ छोटे मवेशियों की ठंड से हालत भी काफी नाजुक बनी हुई है। दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव सुनील पांडेय ने कहा कि गौढ़ी जलाने का मामला जांच का विषय है। इसकी जांच की जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच जारी रहेगी और बीमार पशुओं को इलाज कराया जा रहा है।

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