शारदा में छोड़ा 1.39 लाख क्यूसेक पानी, खतरा बढ़ा
बनबसा बैराज से 1 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी शारदा नदी में छोड़ने से ट्रांस क्षेत्र के गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
पूरनपुर (पीलीभीत) : बनबसा बैराज से 1 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी शारदा नदी में छोड़ने से ट्रांस क्षेत्र के बाढ़ पीड़ित परिवारों में बाढ़ की फिर आशंका बढ़ गई है और लोगों में घबराहट देखी जा रही है। राणाप्रताप नगर गांव रपटा पुल पर लगभग एक सप्ताह से लोगों का आवागमन का साधन एकमात्र नौका ही है। लोग नाव से मवेशियों का चारा ला रहे हैं।
ट्रांस शारदा क्षेत्र के कटान व बाढ प्रभावित गांव राणाप्रतापनगर में बाढ़ का पानी घटने लगा था और रपटा पुल से भी पानी घटा था। शुक्रवार को एक बार फिर बनबसा बैराज से शारदा नदी में काफी अधिक पानी छोड़ दिए जाने से शारदा नदी में फिर उफान आने के साथ बाढ़ आने की आशंका बन गई है। ग्रामीणों में फिर दहशत फैल गई है लोग बाढ़ की समस्या से निपटने की तैयारी में जुट गए हैं। पीड़ित परिवारों में प्रशासन के खिलाफ आक्रोश पनप रहा है। इतना ही नहीं हर विभाग के लोगों को बाढ़ चौकियों पर ड्यूटी लगाई गई थी मगर इन चौकियों पर तैनात अधिकारी या कर्मचारी चौकियों पर न रहकर अपने-अपने घरों पर मौज कर रहे हैं। चौकियों पर न रहने से ग्रामीणों को कोई प्रशासनिक सूचनाएं या लाभ नहीं मिल पा रहा है इसके अलावा राणाप्रतापनगर रपटा पुल पर लगभग महीनों से नाव चला रहे नाविक को अभी तक उनको मजदूरी का रुपया नहीं मिल सका है। इससे नाव संचालकों नाविकों में मजदूरी के रुपये न मिलने से मायूसी छाई हुई है। नाविक मसीर अली ने बताया कि जब से हम लोग चला रहे हैं तब से अभी तक मजदूरी का रुपये नहीं मिल सका है। इस कारण परिवार में आर्थिक समस्या बनी हुई है। प्रशासन द्वारा अगर शीघ्र ही नाविकों की मजदूरी के रुपये नहीं मिले तो नाविक नाव का संचालन बंद कर देंगे।