चंद्रयान-2 से संपर्क टूटा पर हौसला कायम

जागरण संवाददाता पीलीभीत चंद्रयान-2 से इसरो के वैज्ञानिकों का संपर्क भले ही टूट गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Sep 2019 07:29 PM (IST) Updated:Sat, 07 Sep 2019 07:29 PM (IST)
चंद्रयान-2 से संपर्क टूटा पर हौसला कायम
चंद्रयान-2 से संपर्क टूटा पर हौसला कायम

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : चंद्रयान-2 से इसरो के वैज्ञानिकों का संपर्क भले ही टूट गया। इससे कुछ निराशा भी हो सकती है लेकिन हौसला अभी बरकरार है। इस मिशन पर देश-दुनिया के साथ ही शहर के भी विज्ञान के विद्याíथयों एवं शिक्षकों की नजरें टिकी हुई थीं। ये लोग लगातार टीवी पर इसका लाइव प्रसारण देखते रहे। जिस समय इसरो के वैज्ञानिकों का चंद्रयान-2 से संपर्क टूट गया तो लोगों को कुछ देर के लिए निराशा हुई लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मिशन से जुड़े इसरो के प्रमुख समेत अन्य वैज्ञानिकों को जिस तरह से भावुक होकर गले लगाया और कहा कि संपर्क भले ही टूट गया लेकिन हमारा साहस बरकरार है। ये एक वैज्ञानिक प्रयोग था। वैज्ञानिक प्रयोगों में सफलता व असफलता से ज्यादा महत्वपूर्ण किए गए प्रयास होते हैं। विज्ञान के विद्याíथयों, शिक्षकों का कहना है कि भारत का चंद्रयान-2 मिशन जहां तक पहुंच गया, वहां तक जाना भी बड़ी उपलब्धि है। फोटो: 7 पीआइएलपी 7

विश्व पटल पर हमारा नाम और भी अधिक ऊंचा होगा हम लोग भी रूस और अमेरिका को टक्कर दे रहे हैं। अब हम लोगों के लिए भी ब्रह्मांड का रास्ता खुल गया है। हमारे वैज्ञानिक चंद्रमा के आगे भी खोज कर भारत का नाम ऊंचा करेंगे।

-डॉ. दिनेश चंद्र, एसोसिएट प्रोफेसर

फोटो: 7 पीआइएलपी 8

हम लोगों के लिए बड़े ही गर्व की बात है, कि हम लोग भी अन्य देशों से आगे हैं। यदि यहां हीलियम मिलता है, तो हम लोगों को और भी ऊर्जावान होगें।

-शमा नाज, बीएससी तृतीय वर्ष फोटो: 7 पीआइएलपी 9

हम लोगों के लिए उपलब्धि की बात भी तो कहीं न कहीं अफसोस की बात भी है। जो हमारे वैज्ञानिक चंद्रमा पर पहुंच कर भी किन्हीं कारणों से सफलता पूर्वक यान को सतह पर उतारने में सफल नहीं हो सके लेकिन हमारा देश जल्द ही अन्य देशों से आगे निकलेगा।

-काजल कटियार, बीएससी, तृतीय वर्ष

फोटो: 7 पीआइएलपी 10

आज हमारे देश के वैज्ञानिक चांद के नजदीक पहुंच गए है। जल्द ही हमारे देश के वैज्ञानिक देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाकर देश का नाम और ऊंचा करेंगे।

-बुशरा, बीएससी तृतीय वर्ष

फोटो: 7 पीआइएलपी 11

पूरे विश्व में आज हमारे देश का नाम गूंज रहा है। भारत ही पहला देश है। जहां के वैज्ञानिकों ने इतना बड़ा इतिहास रचा है। जो कि भारत का दूसरा चंद्रयान था। आने वाले समय में फिर उपलब्धियां हासिल होंगी।

आरोही सिंह, बीएससी, तृतीय वर्ष

फोटो: 7 पीआइएलपी 12

आज हमारे देश को बहुत बड़ी सफलता हाथ लगते रह गई। भले ही मिशन पूरी तरह कामयाब नहीं हो सका लेकिन भविष्य की राहें खुल गई हैं।

डॉ. विशाल सक्सेना, भौतिक विज्ञान, प्रवक्ता

फोटो: 7 पीआइएलपी 13

चंद्रमा पर फिर से एक बार सराहनीय कार्य किया गया है। बहुत ही जल्द हमारे वैज्ञानिक चंद्रमा पर जीवन खोज निकालेंगे और हमारा देश सबसे आगे होगा।

-आयुष मिश्रा, बीएससी द्वितीय वर्ष फोटो: 7 पीआइएलपी 14

देश के वैज्ञानिकों ने खोज की एक नई अलख देश में जलाई है। जिसमें हमारे देश को बहुत जल्द ही कामयाबी भी हासिल होगी।

-वैभव तिवारी, बीएससी द्वितीय वर्ष

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