चूड़ी व्यापारी ने फंदे पर झूलकर दी जान

शहर के मुहल्ला केसरी सिंह में चूड़ी व्यापारी योगेश शुक्ल का शव घर के कमरे में फंदे पर लटका मिला है। पुलिस प्रथम ²ष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है लेकिन मौका-ए-वारदात पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं अब तक छानबीन में आत्महत्या किए जाने के कारणों का भी राजफाश नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 Jan 2020 10:48 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jan 2020 10:48 PM (IST)
चूड़ी व्यापारी ने फंदे पर झूलकर दी जान
चूड़ी व्यापारी ने फंदे पर झूलकर दी जान

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : शहर के मुहल्ला केसरी सिंह में चूड़ी व्यापारी योगेश शुक्ल का शव घर के कमरे में फंदे पर लटका मिला है। पुलिस प्रथम ²ष्टया आत्महत्या का मामला मान रही है, लेकिन मौका-ए-वारदात पर कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं अब तक छानबीन में आत्महत्या किए जाने के कारणों का भी राजफाश नहीं हो सका है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।

सदर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला केसरी सिंह निवासी योगेश शुक्ला (45) पुत्र स्वर्गीय कृष्ण स्वरूप शुक्ल की पटाखे वाली गली में महालक्ष्मी बैंगिल्स नाम से चूड़ी की दुकान है। योगेश शुक्ल बुधवार को देरशाम दुकान बंद कर घर पहुंचे। वह खाना खाकर सोने चले गए। रात्रि करीब दो बजे वह अपने कमरे से उठकर अपनी मां के कमरे में चले गए थे। मां घर में नहीं थी। कुछ देर बाद जब उनकी पत्नी अंशू शुक्ला की आंख खुली तो उन्होंने योगेश को बिस्तर पर नहीं देखा। वह उठकर सास वाले कमरे में देखने चली गई तो कमरे के भीतर का नजारा देख पत्नी की चीख निकल गई। योगेश का शव फंदे में लटका हुआ था। योगेश के गले में पत्नी की साड़ी का फंदा पड़ा था। पति को फंदे पर लटका देख वह बदहवास हो गई। अंशु ने तत्काल जेठ पवन शुक्ल को फोन कर घटना के बारे में बताया। पवन शुक्ल ने सदर कोतवाली पुलिस को सूचना दे दी। सदर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक एसके द्विवेदी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को उतरवाने के बाद पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दिया। पुलिस को कोई सुसाइट नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घटना की बाबत पुलिस ने मृतक व्यापारी के परिजनों से भी पूछताछ की है। पत्नी और दो मासूमों को रोता छोड़ गए योगेश

चूड़ी व्यापारी योगेश शुक्ल की शादी वर्ष 2007 में बरेली जनपद के नवाबगंज निवासी अंशू शुक्ला के साथ हुई थी। योगेश के दो बच्चों में आठ वर्षीय बेटी वेदी और पांच वर्षीय पुत्र शुभ है। पत्नी अंशू शुक्ला सुहाग उजड़ने से सुधबुध खो बैठी है, जबकि सिर से पिता का साया उठने के कारण मासूमों का भी रो रोकर बुरा हाल है। बुधवार को दिनभर गुमशुम थे योगेश

मृतक व्यापारी योगेश के बड़े भाई ने पवन शुक्ल के मुताबिक योगेश बुधवार को दिनभर गुमसुम दिखाई दिया था। किसी तरह की परेशानी के बारे में किसी से बात नहीं की थी। सामान्य तौर पर योगेश मिलनसार प्रवृति का था, जिस कारण लोगों से घुलमिलकर रहता था। बीते दिन गुमशुम रहने की वजह उसने किसी को नहीं बताई थी। बड़े भाई ने भी की थी आत्महत्या

चूड़ी व्यापारी योगेश शुक्ल तीन भाई थे। बड़े भाई कमल शुक्ल ने भी तकरीबन डेढ़ दशक पहले आत्महत्या कर ली थी। कमल शुक्ल की आत्महत्या किए जाने के कारणों का राजफाश नहीं हो सका था। अब योगेश शुक्ल के फंदे पर झूलकर जान देने से लोग तमाम तरह के कयास लगा रहे हैं। ---वर्जन--

शहर के मुहल्ला केसरी सिंह में व्यापारी योगेश शुक्ल के फंदे पर झूलकर जान देने के बारे में उनके बड़े भाई पवन शुक्ल ने सूचना दी थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अभी तक आत्महत्या करने की वजह साफ नहीं हो सकी है। मौके पर कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

- एसके द्विवेदी, प्रभारी निरीक्षक सदर कोतवाली

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