80 ट्रालियों के टोकन जारी, 30 की लगी लाइन

बीसलपुर कृषि उत्पादन मंडी समिति में किसानों के धान लाने का सिलसिला टूटने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले बुधवार को डिप्टी आरएमओ की ओर से मंडी में 60 किसानों की धान की ट्रालियों को मंडी गेट से टोकन जारी कराने के बाद उन्हें तौल के लिए अंदर भेज दिया गया था। 60 ट्रालियों के अंदर जाते ही मार्ग पर पुन किसानों की 30 ट्रालियां आकर तौल के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Jan 2021 11:30 PM (IST) Updated:Tue, 05 Jan 2021 11:30 PM (IST)
80 ट्रालियों के टोकन जारी, 30 की लगी लाइन
80 ट्रालियों के टोकन जारी, 30 की लगी लाइन

पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर कृषि उत्पादन मंडी समिति में किसानों के धान लाने का सिलसिला टूटने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले बुधवार को डिप्टी आरएमओ की ओर से मंडी में 60 किसानों की धान की ट्रालियों को मंडी गेट से टोकन जारी कराने के बाद उन्हें तौल के लिए अंदर भेज दिया गया था। 60 ट्रालियों के अंदर जाते ही मार्ग पर पुन: किसानों की 30 ट्रालियां आकर तौल के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं।

मंडी समिति परिसर में संचालित सात धान क्रय केंद्र पर इस वर्ष धान विक्रय करने वाले किसानों का धान लाने का सिलसिला टूटने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले मंडी समिति परिसर में नोडल अधिकारी के निर्देश पर पहुंचे डिप्टी आरएमओ अविनाश झा ने बीसलपुर बिलसंडा मार्ग पर खड़ी साठ ट्रालियों को मंडी समित गेट से टोकन दिलवा कर उन्हें मंडी में संचालित धान क्रय केंद्रों पर भेजकर उनके धान की तौल शुरू करा दी थी मंडी समिति में धान से भरी इन ट्रालियों के जाते ही दूसरे दिन पुन: मार्ग पर लगभग 30 ट्राली धानों से भरी लेकर किसान पुन: आकर खड़े हो गए जो अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। एसडीएम राकेश कुमार गुप्ता के निर्देशों के बाद मंडी में चल रही धान की तौल में तेजी आई है। मंडी सचिव प्रभात कुमार ने बताया की अब तक मंडी समिति में लगे 8 धान क्रय केंद्रों पर लगभग दो लाख पच्चीस हजार क्विंटल धान क्रय किया जा चुका हैं। मंडी समिति में धान तौलवाने के बाद लगभग 70 फीसद कृषकों का भुगतान विभिन्न विभागों के धान क्रय केंद्र प्रभारियों की ओर से कर दिया गया है। ग्राम मरौर के किसान बलिहार सिह कहना है कि उन्हें अपनी धान की बिक्री धान क्रय केंद्र पर करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा कितु दो-तीन दिनों के अंदर ही जब उनका भुगतान उनके खाते में पहुंच गया तो उन्हें अब काफी तसल्ली हो रही है। ग्राम अजान के किसान लखविदर सिंह का कहना है कि धान क्रय केंद्रों पर अपने धान की तौल कराने के लिए क्षेत्रीय कृषकों को इस वर्ष कड़ाके की ठंड में काफी मुसीबत उठानी पड़ी और लगभग उन्हें भी एक सप्ताह से अधिक केंद्र के बाहर मार्ग पर खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा कितु अब उनके खाते में विक्रय किए गए धान भुगतान पहुंच गया है।

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