थानों में महिला अधिकारी सुनेंगी महिलाओं की फरियाद

जागरण संवाददाता नोएडा जिले के थानों में अब महिलाओं और बच्चों से जुड़े मामलों की जांच महि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Jun 2020 10:17 PM (IST) Updated:Fri, 05 Jun 2020 10:17 PM (IST)
थानों में महिला अधिकारी सुनेंगी महिलाओं की फरियाद
थानों में महिला अधिकारी सुनेंगी महिलाओं की फरियाद

जागरण संवाददाता, नोएडा : जिले के थानों में अब महिलाओं और बच्चों से जुड़े मामलों की जांच महिला अधिकारी ही करेंगी। इसके लिए हर थाने में अलग से डेस्क बनेगी। शिकायतों की जांच त्वरित व आसानी से होती रहे। इसके लिए महिला डीसीपी और एसीपी की तैनाती भी की जा रही है। गौतमबुद्ध नगर और लखनऊ में पुलिस कमिश्नर प्रणाली की घोषणा करते समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसका वादा किया था। जिसे शुक्रवार को पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने जिले में लागू कर दिया।

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मिलेगी यह सुविधा

- प्रत्येक पुलिस स्टेशन में महिला सुरक्षा डेस्क और एक महिला इकाई बनेगी। महिला इकाई में दो उप-निरीक्षक, पुरुष और महिला (पुरुष और महिला कांस्टेबल के साथ उनकी मदद के लिए) शामिल होंगे जो विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ अपराधों के सभी मामलों की जांच करेंगे। इन्हें विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।

- जांच अधिकारी प्रति वर्ष अधिकतम 40 मामलों की ही जांच करेंगे, ताकि जांच की गुणवत्ता प्रभावित न हो।

- एसीपी रैंक के अधिकारी को दहेज हत्या, एससी/एसटी समुदाय के सदस्यों के खिलाफ यौन अपराध की जांच करने की जिम्मेदारी होगी। एसीपी महिला सुरक्षा को अनैतिक गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम के तहत अपराध, किसी भी अन्य जघन्य अपराधों द्वारा महिलाओं के खिलाफ सभी गंभीर अपराधों की जांच की जिम्मेदारी होगी।

- डीसीपी व एसीपी महिला सुरक्षा यौन अपराधों व शादी से संबंधित मामले की जांच करेंगी।

- महिला सहायता, एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, विशेष पुलिस किशोर इकाई, 1090 निगरानी की जिम्मेदारी भी डीसीपी महिला सुरक्षा की होगी।

- नॉलेज पार्क पुलिस स्टेशन में एक पारिवारिक विवाद निवारण सेंटर की स्थापना की जा रही है। महिलाओं और बाल सुरक्षा के लिए मोबाइल गश्ती वाहन भी मिलेंगे।

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