दादरी से भाजपा प्रत्याशी तेजपाल नागर पर एफआइआर, जानिये- आखिर क्या है पूरा मामला

ग्रेटर नोएडा पुलिस के मुताबिक 16 जनवरी (रविवार) को तेजपाल नागर ने दादरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कई स्थानों पर पांच से अधिक लोगों को साथ लेकर घर-घर जाकर बतौर प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी का प्रचार किया था।

By Jp YadavEdited By: Publish:Tue, 18 Jan 2022 11:37 AM (IST) Updated:Tue, 18 Jan 2022 11:37 AM (IST)
दादरी से भाजपा प्रत्याशी तेजपाल नागर पर एफआइआर, जानिये- आखिर क्या है पूरा मामला
दादरी से भाजपा प्रत्याशी तेजपाल नागर पर एफआइआर, जानिये- आखिर क्या है पूरा मामला

नोएडा, आनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तहत प्रथम चरण में आगामी 10 फरवरी को मतदान होना है। इसके लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। इस बीच विभिन्न दलों के उम्मीदवारों द्वारा कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे हैं। रविवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह बघेल कोरोना प्रोटोकाल के उल्लंघन पर कटघरे में आए थे और अब दादरी विधासभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और वर्तमान विधायक तेजपाल नागर के खिलाफ गौतम बौद्ध नगर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। आरोप है कि विधायक तेजपाल ने अप विधानसभा क्षेत्र दादरी में चुनाव प्रचार के दौरान कोविड-19 संबंधी नियमों का उल्लंघन किया है।

ग्रेटर नोएडा पुलिस के मुताबिक,  16 जनवरी (रविवार) को तेजपाल नागर ने दादरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कई स्थानों पर पांच से अधिक लोगों को साथ लेकर घर-घर जाकर बतौर प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी का प्रचार किया था। बता दें कि 15 जनवरी को ही गौतमबुद्धनगर की तीनों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रताशियों को ऐलान किया। इसके तहत दादरी सीट से तेजपाल नागर चुनाव लड़ रहे हैं, वहीं नोएडा से पंकज सिंह तो जेवर से ठाकुर धीरेंद्र सिंह को भारतीय जनता पार्टी ने अपना प्रत्याशी बनाया है।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में चुनाव आयोग रैली और रोड शो समेत कई तरह सार्वजनिक प्रचार पर रोक लगा चुका है। रैली पर रोक 22 जनवरी तक है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने पुलिस प्रशासन को  कोविड और आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराने का भी निर्देश दिया है। हालांकि, कुछ शर्तों के साथ चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को थोड़ी ढील भी दी है। इसके तहत राजनीतिक दलों को इंडोर मीटिंग के लिए 300 लोग अधिकतम या हाल की 50 प्रतिशत कैपिसिटी तक छूट दी है। बड़ी रैलियों और रोड शो पर रोक इससे पहले आयोग ने 15 जनवरी तक लगाई थी।इसे बढ़ाकर 22 जनवरी कर दिया है। 

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