बार्डर पर 202 की हुई कोरोना जांच, नहीं मिला कोई संक्रमित

जागरण संवाददाता नोएडा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार से दिल्ली से आने वाले लोगों की आकस्मिक (रैंडम) जांच शुरू कर दी। पहले दिन सेक्टर-1 स्थित गोल चक्कर व सेक्टर-37 स्थित बाटेनिकल गार्डन पर 202 लोगों के रैपिड एंटीजन जांच हुई। इनमें कोई संक्रमित नहीं मिला।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 25 Mar 2021 10:17 PM (IST) Updated:Thu, 25 Mar 2021 10:17 PM (IST)
बार्डर पर 202 की हुई कोरोना जांच, नहीं मिला कोई संक्रमित
बार्डर पर 202 की हुई कोरोना जांच, नहीं मिला कोई संक्रमित

जागरण संवाददाता, नोएडा : कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन ने बृहस्पतिवार से दिल्ली से आने वाले लोगों की आकस्मिक (रैंडम) जांच शुरू कर दी। पहले दिन सेक्टर-1 स्थित गोल चक्कर व सेक्टर-37 स्थित बाटेनिकल गार्डन पर 202 लोगों के रैपिड एंटीजन जांच हुई। इनमें कोई संक्रमित नहीं मिला। शुक्रवार को डीएनडी व चिल्ला बार्डर से आने वालों को जांच होगी।

दिल्ली और गौतमबुद्ध नगर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर जिला प्रशासन ने बार्डर पर दिल्ली से आने वालों की एक बार फिर से रैंडम जांच कराने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में दिल्ली से आने वाले सार्वजनिक परिवहन जैसे, आटो, बस, टैक्सी के अलावा पैदल आने वाले यात्रियों की जांच हुई। खासकर समूह में आ रहे लोगों की अधिक चेकिग हुई। बार्डर पर अचानक स्वास्थ्यकर्मियों के रोकने पर पहले तो लोग सहम गए। कोरोना जांच होने की जानकारी पर पहले तो मना करते दिखे, लेकिन स्वास्थ्यकर्मियों की सख्ती पर तैयार हुए।

सुबह काफी सख्ती, दोपहर बाद ढील : बार्डर पर रैंडम चेकिग के नाम पर पहले दिन तो सुबह स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सख्ती दिखाई, लेकिन दोपहर बाद किसी को रोका नहीं गया। निगरानी न होने से जांच में लापरवाही दिखी। समूह में से 1-2 लोगों की जांच की गई। कुछ को छोड़ दें तो बाकी लोग आसानी से जांच कराने को तैयार नहीं हो रहे थे।

रिपोर्ट के बारे में 10 मिनट में बताया :

जांच कराने वालों को 10 से 15 मिनट के अंदर रिपोर्ट की जानकारी मौखिक रूप से दी जा रही थी। लोग अपनी रिपोर्ट द्यड्डढ्डह्मद्गश्चश्रह्मह्लह्य.ह्वश्चष्श्र1द्बस्त्र@ह्लह्मड्डष्द्मह्य.द्बठ्ठ पर आनलाइन भी देख सकते हैं।

दिल्ली के प्रमुख बार्डर :

कालिदी कुंज बार्डर, डीएनडी, चिल्ला बार्डर, अशोक नगर बार्डर, वीडियोकान बार्डर, झुंडपुरा बार्डर, सेक्टर-1 बार्डर, हरिदर्शन बार्डर प्रमुख हैं। यहां से प्रतिदिन लाखों लोगों का आवागमन होता है।

वर्जन.. मैं एक कंपनी में काम करती हूं। काम के सिलसिले में जा रही थी। बार्डर पर स्वास्थ्यकर्मियों ने जबरदस्ती रोककर जांच कराने के लिए बोला। पहले तो डर लगा, लेकिन जांच में रिपोर्ट संक्रमित की नहीं मिली, तो राहत मिली।

-रीना देवी

----

मैं दिल्ली स्थित कंपनी में काम करता हूं। दिल्ली से आते समय यहां जांच हो रही है। मैं खुद रुक गया। मुझे जांच के लिए किसी ने रोका नहीं। अपनी संतुष्टि के लिए मर्जी से जांच कराने आया हूं। रिपोर्ट संक्रमित की न मिलने पर राहत मिली।

-लख्मी चंद

chat bot
आपका साथी