स्मार्ट कार्ड से मेट्रो के साथ करें अब बस का भी सफर

फोटो 22 एनडीपी 28,29 सबहेड-एनएमआरसी का इंट्रीग्रेटेड फेयर से नोएडा ट्रांसपोटेशन के साथ जुड़ेगा एनसी

By Edited By: Publish:Mon, 22 Dec 2014 09:46 PM (IST) Updated:Tue, 23 Dec 2014 04:39 AM (IST)
स्मार्ट कार्ड से मेट्रो के साथ करें अब बस का भी सफर

फोटो 22 एनडीपी 28,29

सबहेड-एनएमआरसी का इंट्रीग्रेटेड फेयर से नोएडा ट्रांसपोटेशन के साथ जुड़ेगा एनसीआर

-नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो के साथ सिटी बस में स्मार्ट कार्ड लागू करने की योजना, यह कार्ड डीएमआरसी में लागू होगा

-29 को होने वाली एनएमआरसी और डीएमआरसी अधिकारियों की बैठक में इस योजना पर होगा फैसला

कुंदन तिवारी, नोएडा।

अब एक स्मार्ट कार्ड से आप मेट्रो के साथ सिटी बस सेवा का भी लाभ उठा सकते हैं। यह योजना नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) ने तैयार की है, जिसमें नोएडा-ग्रेटर नोएडा तक चलने वाली मेट्रो रेल सेवा के लिए तो इस्तेमाल किया जाएगा। यही स्मार्ट नोएडा-ग्रेटर नोएडा में अप्रैल से शुरू होने वाली सिटी बस सेवा में भी प्रयोग होगा। इस योजना पर अगर 29 दिसंबर को दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारियों की ओर से सहमति जता दी गई तो कार्ड का इस्तेमाल एनसीआर के किसी भी शहर में मेटे के लिए हो सकेगा।

एनसीआर को नोएडा के ट्रांसपोटेशन सिस्टम से जोड़ने के लिए एनएमआरसी ने इंट्रीग्रेटेड फेयर प्लान तैयार किया गया है। इसको लेकर 29 दिसंबर को डीएमआरसी और एनएमआरसी के अधिकारियों की बीच बैठक होने जा रही है। इस बैठक में मेट्रो से संबंधित प्रत्येक मुद्दे पर विचार विमर्श किया जाएगा, जिसमें इंट्रीग्रेटेड फेयर का मामला भी प्रमुख्ता से शामिल है।

नोएडा का सफर भी और होगा आसान :

एनएमआरसी की अतिमहत्वकांक्षी योजना पर सहमति की मोहर लग गई तो एनसीआर के किसी भी शहर में मेट्रो के इस्तेमाल पर एक ही स्मार्ट कार्ड का प्रयोग होगा। दिल्ली, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव आने जाने के लिए एक स्मार्ट कार्ड का प्रयोग हो सकेगा। यही नहीं यही कार्ड नोएडा-ग्रेटर नोएडा सिटी बस सेवा के लिए भी प्रयोग किया जा सकेगा।

दोनों सेवाओं को सरल रुप देने का प्रयास : नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का संचालन एनएमआरसी को करना है, लेकिन पिछले दिनों अप्रैल 2015 से शुरू होने वाली सिटी बस सेवा के संचालन की जिम्मेवारी भी कंपनी को ही सौंप दी गई है। ऐसे में एक ही कंपनी की ओर से दोनो का संचालन करने के लिए इंट्रीग्रेटेड फेयर लागू करने का दबाव बढ़ गया था, क्योंकि एनसीआर की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को बार-बार पैसे के लिए जेब हाथ डालने और टिकट व टोकन के लिए लाइन में लगने से बचाने का प्रयास किया गया है।ऐसे में टिकट और टोकन की जगह स्मार्ट कार्ड को मजबूत हथियार के रुप में इस्तेमाल करने की दिशा में एनएमआरसी का यह बड़ा कदम है।

गुड़गांव की रैपिड मेट्रो इसी सिस्टम पर :

गुड़गांव के डीएलएफ में चलने वाली रैपिड मेट्रो इसी इंट्रीग्रेटेड फेयर के साथ डीएमआरसी से जुड़ी है। इसमें रैपिड मेट्रो में सफर करने वाले और डीएमआरसी की मेट्रो में सफर करने वाले एक ही स्मार्ट कार्ड का प्रयोग कर रहे है। दोनो कंपनियों की ओर से स्मार्ट कार्ड जारी कर रिचार्ज करती है। दोनो कंपनियों के बैंक खाते में यह राशि पहुंचती है। एक माह बाद बैंक की रिपोर्ट मंगवा कर पैसे का आदान प्रदान हो जाता है।

स्मार्ट कार्ड को बृहद स्तर पर ले जाने की योजना की दिशा में कंपनी की ओर से काम किया गया है। संभवत: 24 दिसंबर को इसकी पूरी रुप रेखा फाइनल हो जाएगी। 29 दिसंबर को डीएमआरसी के साथ होने वाली बैठक में इस प्रस्ताव को रखकर बातचीत होगी। कोई कमी होने पर संशोधन कर लिया जाएगा। इंट्रीग्रेटेड फेयर का प्लान फाइनल है।

-जीपी सिंह, कार्यकारी निदेशक, एनएमआरसी।

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