हनुमान मंदिर पर दलितों ने किया कब्जा, पुजारी को हटाकर बांटा प्रसाद

मुजफ्फरनगर के प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर मंगलवार सुबह वाल्मीकि क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने कब्जा कर लिया। पुजारी को हटाकर खुद प्रसाद बांटना शुरू कर दिया।

By Ashu SinghEdited By: Publish:Tue, 04 Dec 2018 12:37 PM (IST) Updated:Tue, 04 Dec 2018 02:11 PM (IST)
हनुमान मंदिर पर दलितों ने किया कब्जा, पुजारी को हटाकर बांटा प्रसाद
हनुमान मंदिर पर दलितों ने किया कब्जा, पुजारी को हटाकर बांटा प्रसाद

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हनुमान जी पर दिए बयान के बाद मुजफ्फरपुर में दलित समाज के लोगों ने प्रसिद्ध हनुमान मंदिर पर कब्जा कर लिया। इतना ही नहीं वाल्मीकि क्रांति दल के सदस्यों ने पुजारी को हटाकर गद्दी पर भी कब्ज़ा कर लिया और आने वाले श्रद्धालुओं को तिलक लगाकर प्रसाद वितरण भी किया।


चंद्रशेखर ने किया था आह्वान
चार दिन पूर्व भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने कचहरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि दलितों को चाहिए कि जितने भी हनुमान मंदिर हैं उन पर कब्जा कर लें और और आने वाले चढ़ावे को भी अपने कब्जे में ले लें। मंगलवार को नगर के हनुमान मंदिर पर वाल्मीकि क्रांति दल के सदस्य पहुंच गए। सिद्धपीठ संकटमोचन श्री हनुमान मंदिर पर 'दलित हनुमान मंदिर' लिखा बैनर लगा दिया। दल के अध्यक्ष दीपक गंभीर ने पुजारी को मंदिर से बाहर कर गद्दी पर बैठ गए और आने वाले श्रद्धालुओं को तिलक लगाकर प्रसाद वितरण किया।

मूकदर्शक बनी रही पुलिस
मौके पर पहुंची पुलिस वाल्मीकि क्रांति दल की कारगुज़ारी पर मूकदर्शक बनी रही। करीब आधे घंटे बाद आसपास के लोगों में रोष देखकर पुलिस ने जबरन दीपक गंभीर को उठाया और वहां मौजूद वाल्मीकि क्रांति दल के सदस्यों को खदेड़ा। पुलिस की सख्ती के बाद मंदिर के हालात सामान्य हुए और पुजारी को गद्दी पर बैठाया गया। इस दौरान आसपास के क्षेत्र में काफी गहमागहमी का माहौल रहा। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनिल कपरवान ने बताया कि जो व्यक्ति मंदिर में बैठ गया था उसको वहां से हटा दिया गया है।

सीएम योगी ने कहा था- हनुमान जी दलित हैं
गौरतलब है कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान अलवर के मालाखेड़ा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भगवान हनुमान को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया था। इस बयान के बाद से सियासत जोरों पर है। 

chat bot
आपका साथी