टरबाइन खराब होने से शुगर मिल फिर बंद, हंगामा

पावर टरबाइन खराब होने से दि गंगा किसान सहकारी चीनी मिल मोरना फिर से बंद हो गई। इसकी सूचना पर विभिन्न गांवों से पहुंचे सैकड़ों किसानों ने मिल में हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Feb 2020 12:07 AM (IST) Updated:Tue, 25 Feb 2020 06:10 AM (IST)
टरबाइन खराब होने से शुगर मिल फिर बंद, हंगामा
टरबाइन खराब होने से शुगर मिल फिर बंद, हंगामा

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पावर टरबाइन खराब होने से दि गंगा किसान सहकारी चीनी मिल मोरना फिर से बंद हो गई। इसकी सूचना पर विभिन्न गांवों से पहुंचे सैकड़ों किसानों ने मिल में हंगामा किया। उन्होंने मंगलवार को मिल में धरना-प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम करने का निर्णय लिया है।

बीते 28 जनवरी से सात फरवरी तक मोरना चीनी मिल के बंद होने से क्षेत्र के किसान पहले से ही गन्ना आपूर्ति की समस्या से जूझ रहा थे। किसान क्षेत्र का गन्ना दूसरी चीनी मिलों को सप्लाई करने की मांग कर रहे थे। इसी बीच बीते रविवार की मध्य रात्रि के बाद चीनी मिल की पावर टरबाइन फिर से खराब होने पर शुगर मिल बंद हो गई। सूचना पर रामपाल सिंह, संचालक मनोज राठी, नीटू डायरेक्टर, अजय कुमार, बबलू, बाबूराम राठी, जगत सिंह, फोदी, तरुण समेत विभिन्न गांवों से सैकड़ों किसानों ने पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। हंगामे की सूचना पर उत्तर प्रदेश चीनी मिल संघ के डायरेक्टर देवेंद्र चौधरी और भाजपा के अमित राठी पहुंच गए और किसानों को समझा-बुझाकर शांत कर भेजा। किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए घोषणा कि मंगलवार को क्षेत्र के किसान मिल में एकत्रित होकर धरना-प्रदर्शन करते हुए चक्का जाम करेंगे।

उधर, प्रधान प्रबंधक हर्ष वर्धन कौशिक व गन्ना अधिकारी अवधेश कुमार ने बताया कि इंजीनियर टरबाइन की ठीक करने में लगे है, देर शाम तक चालू हो जाएगी।

आवंटन के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई

संघ के डायरेक्टर देवेंद्र चौधरी ने बताया कि गन्ना विकास परिषद के चेयरमैन अजय कुमार और प्रधान प्रबंधक हर्ष वर्धन कौशिक के साथ बीते सप्ताह लखनऊ में गन्ना आवंटन की मांग को लेकर गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी से मिले थे। उन्होंने गांव चौरावाला, बेहड़ा सादात व ककरौली के किसानों का गन्ना टिकौला चीनी मिल तथा रहकड़ा, बाखरनगर, जट मुझेड़ा के किसानों का गन्ना मंसूरपुर चीनी मिल और भंडूरा के किसानों का गन्ना खतौली शुगर मिल में सप्लाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन आज तक आदेश का पालन नहीं हो पाया है।

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