कोल्हुओं में गिरे गन्ने के दाम, किसान हलकान

दीपावली पर किसानों को झटका लगा है। कोल्हुओं में गन्ने के दाम गिर गए हैं। इसके साथ ही चीनी मिलों से पर्याप्त इंडेंट नहीं मिल रहा है। किसानों को गेहूं बुवाई के लिए औने-पौने दामों पर कोल्हुओं पर गन्ना डालना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 13 Nov 2020 07:59 PM (IST) Updated:Fri, 13 Nov 2020 07:59 PM (IST)
कोल्हुओं में गिरे गन्ने के दाम, किसान हलकान
कोल्हुओं में गिरे गन्ने के दाम, किसान हलकान

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दीपावली पर किसानों को झटका लगा है। कोल्हुओं में गन्ने के दाम गिर गए हैं। इसके साथ ही चीनी मिलों से पर्याप्त इंडेंट नहीं मिल रहा है। किसानों को गेहूं बुवाई के लिए औने-पौने दामों पर कोल्हुओं पर गन्ना डालना पड़ रहा है।

गेहूं की बुवाई शुरू हो गई है। किसान गन्ना काटकर गेहूं बुवाई के लिए खेत खाली कर रहे हैं। शुगर मिलों से पर्याप्त इंडेंट गन्ना समितियों को नहीं भेजा गया, जिससे समितियों से किसानों को जरूरत के हिसाब से पर्ची नहीं मिल रही हैं। ऐसे में किसान गन्ने की सप्लाई कोल्हुओं में कर रहे हैं। डिमांड के मुकाबले सप्लाई अधिक होने से कोल्हुओं में गन्ना का स्टाक लग गया है। इसके साथ ही दीपावली पर्व के चलते गुड़ मंडी में आवक काफी कम हो गई है। ऐसे में कोल्हू संचालकों ने दाम काम कर दिए हैं। कोल्हुओं में गन्ना मात्र 220 से 230 रुपये प्रति कुंतल खरीदा जा रहा है। वहीं शुगर मिल में बीते वर्ष गन्ने का भाव 325 रुपये प्रति कुंतल था। इस बार अभी गन्ने का दाम तय नहीं हुआ है। ऐसे में किसानों को सीधे तौर पर 100 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ रहा है।

गांव बेलड़ा के किसान वीरेंद्र सिंह ने बताया कि कोल्हुओं में दाम काफी कम है और शुगर मिल से पर्याप्त पर्ची नहीं मिल रही है। ऐसे में गेहूं बुवाई प्रभावित है। अभी तक एक भी बीघा गेहूं बुवाई नहीं हुई है।

तितावी के किसान जगपाल सिंह का कहना है कि गन्ना पर्ची का भारी टोटा है। ऐसे में कोल्हुओं पर 225 रुपये प्रति कुंतल के हिसाब से गन्ना डालना पड़ रहा है। गन्ने का उचित मूल्य नहीं मिलने से दीपावली पर्व फीकी है।

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