इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को गिराया

एक माह से विवाद में चल रहे इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को प्रशासन ने गि

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Sep 2018 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 08 Sep 2018 11:42 PM (IST)
इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को गिराया
इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को गिराया

जानसठ (मुजफ्फरनगर) : एक माह से विवाद में चल रहे इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को प्रशासन ने गिरा दिया। विरोध की आशंका को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात था। गत एक माह से शिया समुदाय व कुरैशी समाज के लोगों के बीच इमामबाड़ा को लेकर तनातनी चल रही है। दोनों पक्ष इमामबाड़ा पर दावा कर रहे हैं।

कस्बे के चौक मोहल्ला स्थित इमामबाड़ा को लेकर गत एक माह से कुरैशी व शिया समुदाय के बीच विवाद चल रहा था। कुरैशी समाज का कहना है कि इमामबाड़ा उन्होंने सालों पहले खरीदा था, जबकि शिया समुदाय के लोगों का कहना है कि करीब सौ सालों से इमामबाड़ा में शिया समुदाय के लोग मजलिश करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह वर्तमान में वक्फ बोर्ड में दर्ज है और उनकी ही संपत्ति है। उन्होंने एक गरीब विधवा के परिवार को वह रहने को दिया था, जिसपर वह अपना दावा पेश कर रहे हैं। मोहर्रम का समय नजदीक आता देख शिया समुदाय के लोगों ने प्रशासन से इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को हटवाने की गुहार लगाई थी। उनका कहना है कि इमामबाड़ा की दीवारे जर्जर स्थिति में खड़ी है। किसी के ऊपर गिर गई तो बड़ा हादसा हो सकता है। प्रशासन ने कई बार दोनों समुदाय की बैठक कर मामले का हल निकालने की कोशिश की थी, लेकिन कोई हल निकलता न देख प्रशासन ने बलपूर्वक इमामबाड़ा की जर्जर दीवारों को गिर दिया। इमामबाड़ा में रहने वाले परिवार ने विरोध किया, लेकिन पुलिस की भारी तैनाती के सामने उनकी एक नहीं चली। प्रशासन ने जेसीबी बुलाकर इमामबाड़ा की तीन और जर्जर दीवारों को गिरा दिया। इस दौरान एसडीएम विजय कुमार, सीओ राजीव कुमार, इंस्पेक्टर राजेंद्र नागर, आरबी कौल समेत महिला कांस्टेबल व पीएसी तैनात रही।

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