अब रोबोटिक सर्जरी से बदला जाएगा घुटना

मुंबई के बाद उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित वर्धमान हॉस्पिटल में रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की शुरूआत हुई है। डा. अनुभव जैन ने उत्तर प्रदेश और पड़ोसी राज्यों में पहली बार बैक टू बैक सफल रोबोटिक्स असिरिस्ड टोटल नी रिप्लेसमेंट (घुटना बदलना) सर्जरी की। 65 वर्षीय दो महिलाओं की सर्जरी के बाद महिलाओं की तीन दिन बाद ही अस्पताल से छुट्टी कर दी गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 09:50 PM (IST) Updated:Sat, 21 Sep 2019 09:50 PM (IST)
अब रोबोटिक सर्जरी से बदला जाएगा घुटना
अब रोबोटिक सर्जरी से बदला जाएगा घुटना

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। वर्धमान हॉस्पिटल में अब घुटना बदलने के लिए रोबोटिक सर्जरी की शुरुआत हुई है। यह तकनीक अभी तक महाराष्ट्र के मुंबई शहर में थी। रोबोटिक सर्जरी से लैस यह अस्पताल अब उत्तर भारत में पहला अस्पताल होगा। इस टेक्नोलोजी से होने वाली सर्जरी की खास बात यह है कि तीन दिन बाद ही मरीज को अस्पताल से छुट्टी देकर घर भेजा जा सकता है।

आर्थोपेडिक सर्जन और वर्धमान हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. मुकेश जैन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि रोबोटिक सर्जरी घुटना प्रत्यारोपण के इतिहास में बड़ी उपलब्धि है। यह थ्री डी तकनीक कंप्यूटर प्लेटफार्म पर आधारित होती है। भारत इस तकनीक को शुरू करने वाला अमेरिका के बाद दुनिया का दूसरा देश है।

6 करोड़ की मशीन से

2.60 लाख में इलाज

डॉ मुकेश जैन ने बताया कि वर्धमान हॉस्पिटल यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड, पंजाब और दिल्ली से आने वाले रोगियों के लिए हड्डी और स्त्री रोग में उत्कृष्टता का केंद्र है। क्षेत्र में पहली बार रोबोटिक सर्जरी की सुविधा से रोगियों का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि करीब 6 करोड़ की मशीन से सर्जरी होगी। पहले घुटने बदलने के लिए 2.20 लाख का खर्च आता था। नई तकनीक से यह खर्च बढ़कर 2.60 लाख हो जाएगा।

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