बूंदाबांदी ने बिगाड़ी सूरत, बाजार-सड़क सुनसान

खतौली में शनिवार को मौसम ने करवट बदल ली। दिनभर थम-थमकर बारिश होती रही जिससे ठंडी हवाएं चलने से सर्दी का प्रकोप बढ़ गया। लोगों ने ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर राहत ली। वहीं सड़कों से लेकर बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों में दुबके रहे।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Jan 2022 11:42 PM (IST) Updated:Sat, 22 Jan 2022 11:42 PM (IST)
बूंदाबांदी ने बिगाड़ी सूरत, बाजार-सड़क सुनसान
बूंदाबांदी ने बिगाड़ी सूरत, बाजार-सड़क सुनसान

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली में शनिवार को मौसम ने करवट बदल ली। दिनभर थम-थमकर बारिश होती रही, जिससे ठंडी हवाएं चलने से सर्दी का प्रकोप बढ़ गया। लोगों ने ठंड से बचने के लिए अलाव जलाकर राहत ली। वहीं, सड़कों से लेकर बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। लोग घरों में दुबके रहे।

शनिवार को सुबह बूंदाबांदी होने से मौसम अधिक ठंडा हो गया। रोडवेज बसों में यात्रियों की संख्या काफी कम रही। दुकानों पर ग्राहक नहीं आने से व्यापारी भी मायूस रहे। बारिश से जगह-जगह कीचड़ हो गया, जिससे कई कालोनियों में आवागमन भी प्रभावित हो गया।

मंसूरपुर में बूंदाबांदी से स्थिति खराब हो गई। यहां मिल रोड पर व बाजार में कीचड़ फैलने से भारी फिसलन हो गई जिससे राहगीरों को परेशानी हुई। बुढ़ाना : बेमौसम हो रही बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। लगातार हो रही बारिश से सरसों की फसल चौपट हो रही है। सुबोध त्यागी, ओमपाल मलिक, कुलदीप मुखिया आदि किसानों ने बताया कि सरसों में फूल लग गए थे, जो दाने पड़ने के पहले ही बारिश से नष्ट हो गए। आलू की फसल भी खराब होने का खतरा बना हुआ है। बारिश के कारण गन्ना कटाई का काम भी बाधित हो गया है। पुरकाजी : बारिश से क्षेत्र में जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। बूंदाबांदी ने लोगों को घरों में रहने को मजबूर कर दिया। लोगों की आवाजाही ठप पड़ी रही। छपार : बारिश से नेशनल हाईवे सहित सभी मार्ग जलमग्न हो गए। खेतों में पानी भर गया। सरसों की फसल को नुकसान की आशंका बढ़ गई। गन्ना छिलाई कार्य बंद होने से कोल्हुओं का संचालन बंद हो गया। रामपुर तिराहा, दत्तियाना, सिसौना, बढेड़ी, रेई, बिजोपुरा, बरला, तेजलहेडा, बसेड़ा, भैसरहेड़ी, कुतुबपुर, खोजानगला, खुड्डा व खामपुर आदि गांवों में भी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।

ठंड कोहरे व बारिश ने रोक दी जिदगी की रफ्तार

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कड़ाके की ठंड व घने कोहरे का असर चारों ओर दिखाई दे रहा है, जिससे आम जनजीवन ठहर गया। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में श्रद्धालुओं के न आने से घाट भी सुने पड़े हैं। गंगा घाट पर बैठे दुकानदार व पंडित श्रद्धालुओं का इंतजार कर रहे हैं।

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