डग्गामार वाहनों को दबोचने में प्रशासन असफल

जानसठ : पानीपत-खटीमा मार्ग पर खुलेआम यात्री ढो रहे डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने में प्रशासन असफल ह

By JagranEdited By: Publish:Fri, 28 Apr 2017 12:03 AM (IST) Updated:Fri, 28 Apr 2017 12:03 AM (IST)
डग्गामार वाहनों को दबोचने में प्रशासन असफल
डग्गामार वाहनों को दबोचने में प्रशासन असफल

जानसठ : पानीपत-खटीमा मार्ग पर खुलेआम यात्री ढो रहे डग्गामार वाहनों पर अंकुश लगाने में प्रशासन असफल है। बिना परमिट व लाइसेंस के जुगाड़ थ्री व्हीलर से लेकर बसें तक सरेआम डग्गामारी कर रही हैं।

क्षेत्र के पिमौड़ा, काटका, कम्हेड़ा आदि गावों में तहसील मुख्यालय आने के लिए यातायात का कोई साधन न होने से इन गांवों में खुलेआम डग्गामार वाहन यात्रियों को ढोकर सरकार को हर माह लाखों रुपये का चूना लगा रहे हैं। उक्त गांवों से थ्री व्हीलर से लेकर टाटा मैजिक बिना किसी परमिट या लाइसेंस के यात्रियों को ढोया जा रहा है। इतना ही नहीं, सालों पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित जुगाड़ भी कई गांवों में आज भी यात्री ढोकर प्रशासन का मुंह चिढ़ा रहे हैं।

शुक्रताल से दिल्ली तक चलती है डग्गामार बस

क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ों लोग मेरठ या दिल्ली जाते हैं। इस मार्ग पर शुक्रताल से दिल्ली तक एक रोडवेज बस की सेवा है, लेकिन यह बस नियम के विरुद्ध सुबह करीब पांच बजे जानसठ से होकर गुजरती है। इस बस सेवा का उपयोग अधिकतर व्यापारी दिल्ली से नंबर दो का माल लाने में करते हैं। जिसके कारण जानसठ आने तक यह बस सवारियों से ठसाठस भर जाती है। नतीजा जानसठ के लोगों को इस सेवा का लाभ नहीं मिल पाता है। कस्बावासियों द्वारा मांग करने पर क्षेत्रीय परिवहन विभाग के अधिकारी इस मार्ग को घाटे का सौदा बताते हुए रोडवेज सेवा बढ़ाने से इंकार करते हैं।

इन्होंने कहा

रोडवेज बस की चे¨कग कराई जाएगी और अवैध धंधे वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। साथ ही डग्गामार वाहनों को चिह्नित कराया जा रहा है। ऐसे वाहनों को सीज कर चालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

- उमेश कुमार मिश्र, एसडीएम जानसठ

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