थाने बने कबाड़घर

जानसठ : थाने में खड़े वाहन नीलाम न हो पाने के कारण कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। करीब पांच साल पूर्व इन

By Edited By: Publish:Wed, 26 Oct 2016 12:03 AM (IST) Updated:Wed, 26 Oct 2016 12:03 AM (IST)
थाने बने कबाड़घर

जानसठ : थाने में खड़े वाहन नीलाम न हो पाने के कारण कबाड़ में तब्दील हो रहे हैं। करीब पांच साल पूर्व इनकी नीलामी के आदेश आए थे, लेकिन किसी कारण नीलामी नहीं हो सकी। इसके बाद इनकी नीलामी पर कोई गौर नही किया गया। क्षेत्र के सिखेड़ा, जानसठ, मीरापुर व रामराज थाने में विभिन्न विवादों में आए छोटे-बड़े हजारों वाहन खड़े हैं। कुछ वाहन तो तरीके से खड़े हुए हैं, लेकिन अधिकतर बेकद्र हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, करीब पांच वर्ष पूर्व नीलामी के आदेश आए थे। इसके लिए समय भी निर्धारित कर दिया, लेकिन किन्ही कारणों से नीलामी निरस्त करनी पड़ी। इसके बाद इस ओर कोई गौर नहीं किया गया।

कोर्ट के आदेश पर होती है नीलामी

कोर्ट के आदेश पर एसडीएम व सीओ के नेतृत्व में टीम गठित होती है। इसके बाद समाचार-पत्रों के माध्यम से सूचना देकर नीलामी की जाती है। इंस्पेक्टर पीपी ¨सह ने बताया कि इसमें थाने से कुछ नहीं किया जाता है। हम तो केवल वाहनों का रख-रखाव ही कर सकते हैं। उधर, सीओ एसकेएस प्रताप ने बताया कि वाहनों की नीलामी के मामले में कार्रवाई चल रही है। जल्द ही लावारिस वाहनों की नीलामी होगी, जो किसी मुकदमे से संबंधित हैं तो उनकी नीलामी के आदेश कोर्ट से लेंगे।

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