गूगल पर आपराधिक इतिहास डालकर युवाओं को आकर्षित करता था यह गैंग

गांव मंडलाई में पकड़े गए दिल्ली के नासिर गैंग के छह शार्प शूटर कोई सामान्य अपराधी नहीं हैं। पैसे लेकर हत्या करना तो इनके बाए हाथ का खेल है। दिल्ली के नासिर गैंग के लिए काम करने वाले ये शार्प शूटर दिल्ली में आतंक का पर्याय हैं। खासकर वैलकम, उस्मानपुर, जाफराबाद। इन जगहों पर इनके गैंग को टक्कर देने वाले छैनू गैंग से इनकी आए दिन भिड़ंत होती है।

By RashidEdited By: Publish:Fri, 18 Jan 2019 12:47 AM (IST) Updated:Fri, 18 Jan 2019 03:30 PM (IST)
गूगल पर आपराधिक इतिहास डालकर युवाओं को आकर्षित करता था यह गैंग
गूगल पर आपराधिक इतिहास डालकर युवाओं को आकर्षित करता था यह गैंग

मुरादाबाद (जेएनएन)। गांव मंडलाई में पकड़े गए दिल्ली के नासिर गैंग के छह शार्प शूटर कोई सामान्य अपराधी नहीं हैं। पैसे लेकर हत्या करना तो इनके बाए हाथ का खेल है। दिल्ली के नासिर गैंग के लिए काम करने वाले ये शार्प शूटर दिल्ली में आतंक का पर्याय हैं। खासकर वैलकम, उस्मानपुर, जाफराबाद। इन जगहों पर इनके गैंग को टक्कर देने वाले छैनू गैंग से इनकी आए दिन भिड़ंत होती है। इसका जीता जागता उदाहरण 11 जनवरी को वैलकम में हुई एक हत्या रही। बेटी के कब्र पर फातिहा पढऩे के दौरान इस गैंग ने छैनू गैंग के महफूज पुत्र मुशर्रफ के सीने गोलियां दाग दी थी। 11 गोली इसे मारी गई थी। इसके पहले दोनों गैंग की जेल में दोस्ती भी कराई गई थी। इस गैंग के पकड़े गए सदस्यों की माने तो सुनील राठी गिरोह ने दोस्ती कराई थी लेकिन यह लंबी नहीं टिकी।

सुनील राठी गिरोह ने कराई थी नासिर व छैनू गैंग में दोस्ती

सम्भल में भी ये शार्प शूटर किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए आए थे। हालांकि इसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए। गैंग के पकड़े गए शार्प शूटर में से एक सलीम तो खुद को इतना हाइटेक बनाने में लगा है कि उसे पकड़े जाने के बाद भी उनमें बिल्कुल भी भय नहीं दिखा। इन सबका लीडर सलीम तो अपराध की दुनिया में इतना आगे निकल चुका हैं कि उसे पुलिस का भी डर नहीं है। वह हत्या की सुपारी लेने के लिए गूगल का भी सहारा ले रहा है। सलीम ने गूगल पर अपनी पूरी आपराधिक हिस्ट्री डाल रखी है। इन शार्प शूटरों की माने तो अपराध की दुनिया में अपनी अलग पहचान बना चुके सुनील राठी को सम्भल में पकड़े गए सभी छह शूटर गुरु मानते थे। बताया जाता हैं कि दिल्ली के दोनों छैनू और नासिर गैंग में काफी दिनों से दुश्मनी चली आ रही है। कुछ दिनों पहले सुनील राठी ने दोनों गैंगों का समझौता भी कराया था, लेकिन इसके बाद भी छैनू गैंग ने नासिर गैंग के एक सदस्य की हत्या कर दी थी। इसलिए अब नासिर गैंग ने महफूज की हत्या कर दी थी।

शारिक उर्फ साठा गैंग के में थे संपर्क

दिल्ली में हत्या करने के बाद यह लूट व डकैती जैसी घटना को अंजाम देने के लिए सम्भल आ गए थे। यह शूटर सम्भल के शारिक उर्फ साठा गैंग के संपर्क में थे, लेकिन पुलिस ने समय रहते इन्हें गिरफ्तार कर लिया। सम्भल में शारिक उर्फ साठा गैंग का दबदबा है और पुलिस भी इस गैंग को लेकर सतर्क है। जब इन बदमाशों के पास से पुलिस ने पिस्टल बरामद किया तो इसे देखकर पुलिस भी दंग रह गई क्योंकि मिली पिस्टलों की कीमत एक से डेढ़ लाख बताई जा रही है। सभी के पास हथियार थे तो कारतूस भी भारी मात्रा में थे। एसपी ने बताया कि पिस्टलों की कीमत एक लाख से ज्यादा है। एक पिस्टल अमेरिकन है। इन्हीं पिस्टलों से ही इन्होंने दिल्ली में हत्या की थी।

शहजाद का अपराधिक इतिहास

- वर्ष 2012 में धारा 326/341 थाना न्यू उस्मान नगर नॉर्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2012 में धारा 393/394/397/34 व आम्र्स एक्ट 25/27 थाना सीलमपुर नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2013 में धारा 323/336 व 27/54/59 आम्र्स एक्ट थाना न्यू उस्मान नगर नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2017 में धारा 392/394/34 थाना न्यू उस्मानपुर नार्थ ईस्ट दिल्ली

सलीम का आपराधिक इतिहास

- वर्ष 2004 में धारा 12/9/55 जुआ अधिनियम धारा वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2006 में धारा 25/54/59 आम्र्स एक्ट थाना वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2006 में धारा 25 आम्र्स एक्ट थाना वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2016 में धारा 307/34 व 27 आम्र्स एक्ट थाना वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2017 धारा 377/342/506/34 थाना वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2018 में धारा 186/353 व 25/27 आम्र्स एक्ट स्पेशल सेल स्पेशल ब्रांच दिल्ली

- वर्ष 2018 में धारा 307, 25/27 आम्र्स एक्ट थाना सीलमपुर नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2018 में धारा 336/34 व 27 आम्र्स एक्ट थाना वैलकम नार्थ ईस्ट दिल्ली

- वर्ष 2018 में धारा 379/411 थाना पुलिस स्पेशल क्राइम दिल्ली

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