ये कैसा इलाज, जन्म लेते ही बच्चा रोया नहीं तो अस्पताल की नर्स और आया ने इस बेरहमी से पीटा कि उसके नीला निशान पड़ गया, बच्चे को होने लगी खून की उल्टी

ओटी में तैनात स्टाफ नर्स वार्ड आया समेत दो-तीन महिला कर्मियों ने शिशु को रुलाने के लिए उसकी कमर पर हाथ मारते हुए पीटना शुरू कर दिया। स्वजनों ने बताया कि पिटाई से शिशु के कमर पर नील के निशान भी पड़ गए। जिससे शिशु की हालत बिगड़ गई।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Mon, 22 Mar 2021 04:05 PM (IST) Updated:Mon, 22 Mar 2021 11:02 PM (IST)
ये कैसा इलाज, जन्म लेते ही बच्चा रोया नहीं तो अस्पताल की नर्स और आया ने इस बेरहमी से पीटा कि उसके नीला निशान पड़ गया, बच्चे को होने लगी खून की उल्टी
वार्ड आया व चिकित्सा अधीक्षक के साथ बदसलूकी, पुलिस भी पहुंची।

मुरादाबाद, जेएनएन। अमरोहा जनपद में गजरौला के सरकारी अस्पताल की नर्सें और आया का इलाज करने का तरीका निराला है। आज की ताजा घटना जिसने भी सुनी वह हैरान हो गया। हुआ यूं कि अस्पताल में एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया। जन्म देने के बाद बच्चा रोया नहीं तो अस्पताल की नर्स और आया ने उसे पीटना शुरू कर दिया। जबकि ऐसी स्थिति में नवजात शिशु को सिर्फ थपथपाया जाता है। पीटने से शिशु की पीठ पर पिटाई का नीला निशान पड़ गया। यह देख परिवार वालों ने आपा खो दिया और हंगामा करना शुरू कर दिया। अस्पताल में तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। उन्होंने मौके पर वार्ड आया व चिकित्सा अधीक्षक के साथ बदसलूकी भी की। जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना के बारे में उच्च अधिकारियों से भी शिकायत की गई है।

मुहल्ला चौहानपुरी निवासी रिंकू ने अपनी पत्नी रूबी को सोमवार सुबह करीब आठ बजे सरकारी अस्पताल में प्रसव के लिए भर्ती कराया था। पूर्वान्ह करीब 11:45 बजे पर अस्पताल की ओटी में महिला ने प्रसव के दौरान नवजात शिशु को जन्म दिया। उस दौरान शिशु रोया नहीं था। आरोप है कि ओटी में तैनात स्टाफ नर्स, वार्ड आया समेत दो-तीन महिला कर्मियों ने शिशु को रुलाने के लिए उसकी कमर पर हाथ मारते हुए पीटना शुरू कर दिया। स्वजनों ने बताया कि पिटाई से शिशु के कमर पर नील के निशान भी पड़ गए। जिससे शिशु की हालत बिगड़ गई। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक को भी इसके बारे में बताया तो उन्होंने भी इंजेक्शन लगा कर खानापूर्ति कर दी। शाम को नवजात शिशु को स्वजनों ने दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

स्वजनों के मुताबिक नवजात शिशु खून की उल्टी भी कर रहा है। इस प्रकरण में सोमवार को शिशु की दादी प्रेमवती, नानी चंद्र वती व पिता रिंकू अस्पताल पहुंच गए। यहां पर उन्होंने अस्पताल की ओटी के बाहर हंगामा करते हुए तोड़फोड़ का भी प्रयास किया। भड़के स्वजनों ने वार्ड आया व चिकित्सा अधीक्षक का हाथ पकड़कर बदसलूकी भी की। इस दौरान स्टाफ के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। करीब एक घंटे तक हंगामा होने के बाद स्वजन चले गए। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। चिकित्सा अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह ने बताया कि शिशु को पीटा नहीं गया।  जन्म के बाद वह रोया नहीं था तो उसे थपकियां दी गई थीं।

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