हनुमान जी को दलित कहने पर सीएम योगी के खिलाफ मुरादाबाद में परिवाद

राजस्थान में चुनावी सभा में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान जी को दलित बताने का मामला तूल पकड़ गया है। अब अदालत में परिवाद दाखिल किया गया है।

By RashidEdited By: Publish:Thu, 29 Nov 2018 08:43 PM (IST) Updated:Fri, 30 Nov 2018 08:22 AM (IST)
हनुमान जी को दलित कहने पर सीएम योगी के खिलाफ मुरादाबाद में परिवाद
हनुमान जी को दलित कहने पर सीएम योगी के खिलाफ मुरादाबाद में परिवाद

मुरादाबाद, जेएनएन। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के रामभक्त हनुमान को दलित कहने पर विवाद बढ़ गया है। मामले में वकील त्रिलोक चंद्र दिवाकर ने सीएम के इस बयान को हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताते हुए सीजेएम कोर्ट में परिवाद दाखिल किया।

दस दिसंबर को होगी सुनवाई

गुरुवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पंकज जायसवाल की कोर्ट ने परिवाद प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए मामले की सुनवाई के लिए 10 दिसंबर की तिथि निर्धारित की है। इस तिथि पर दोनों पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट अपना निर्णय देगी। परिवाद के प्रार्थना पत्र में वकील ने खुद को इंटरनेशनल हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड की परामर्शदात्री समिति का अध्यक्ष बताया है। 

भावना को पहुंची है चोट 

परिवाद में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह बयान निंदनीय है। उनके इस बयान से हिंदू समाज के साथ ही मेरी भावनाओं को ठेस पहुंची है। हनुमान जी के लिए दलित शब्द उच्चारित करना धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। ऐसे में मुख्यमंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में चुनाव प्रचार के दौरान अलवर में अपने भाषण में हनुमान जी के लिए दलित शब्द प्रयोग करते हुए जनसभा को संबोधित किया था। 

सियासी हल्कों में खूब हो रही बहस

सीएम योगी द्वारा हनुमान जी को दलित बताने का मामला राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चाओं में हैं। यही नहीं धर्म को मानने वाले भी इस मामले पर बहस कर कर रहे हैं। हालांकि इस बयान के बाद पर अभी तक भाजपा अथवा योगी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है। 

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