पाकबड़ा डकैती : स्थानीय पुलिस ने खड़े किए हाथ, अब एसटीएफ खोजेगी सुराग

पाकबड़ा के पाट की मिलक में डकैती का पर्दाफाश करने में सिविल पुलिस नाकाम साबित हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Nov 2018 09:17 AM (IST) Updated:Tue, 13 Nov 2018 09:17 AM (IST)
पाकबड़ा डकैती : स्थानीय पुलिस ने खड़े किए हाथ, अब एसटीएफ खोजेगी सुराग
पाकबड़ा डकैती : स्थानीय पुलिस ने खड़े किए हाथ, अब एसटीएफ खोजेगी सुराग

मुरादाबाद :पाकबड़ा के पाट की मिलक में डकैती का पर्दाफाश करने में सिविल पुलिस नाकाम साबित हुई है। अब इसके लिए एसटीएफ को लगा दिया हैं। एसटीएफ की टीम ने भी बावरिया गिरोह के बारे में पड़ताल शुरू कर दी। साथ ही पुलिस की एक टीम ने बरेली में बावरिया गिरोह की धरपकड़ को डेरा डाल दिया। साथ ही पुलिस ने सर्विलांस की भी मदद ली है, जिससे कोई लाभ नहीं मिल पाया है। पुलिस ने मोबाइल का जो बीटीएस उठाया है, उसमे सामने आया कि घटना स्थल के पास किसी मोबाइल का प्रयोग नहीं हुआ है। ये है पूरा मामला पाकबड़ा के पाट की मिलक में किसान हरिसिंह के घर पर हुई लूटपाट की घटना में बदमाशों ने क्रूरता की सभी हदें पार कर दी। हरिसिंह को इतना पीटा गया कि मौत से लड़ रहा है, जबकि बड़े बेटे राजू की अंगूठी छीनने के लिए हाथ की अंगुली काट ले गए। विनोद, दिनेश और बेटी ज्योति की डंडों से पिटाई की गई। इतना ही नहीं हरिसिंह की पत्‍‌नी वीरवती को भी पीटा गया। पूरे परिवार को खून से लथपथ अवस्था में छोड़ने के बाद ही बदमाश मुख्य गेट खोलकर भाग गए। दुस्साहस देखिए, घेराबंदी करने के बाद भी मौके से भागने में कामयाब हो गए। बावरिया गिरोह की दहशत सिर्फ यूपी में नहीं है। यूपी के अलावा हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भी ये गिरोह सक्रिय है। पुलिस की चार टीमें बनाकर बावरिया गिरोह पर लगा दी गई है। एक टीम बरेली में डेरा डाले हुए हैं, जबकि दूसरी टीम को राजस्थान भेजा गया है। अफसर भी पूरे घटनाक्रम पर हर रोज की जानकारी जुटा रहे है। पुलिस को अभी तक ऐसा कोई तथ्य नहीं मिला है, जिससे घटना का पर्दाफाश हो सकें। यही कारण है कि एसटीएफ की टीम को भी मुरादाबाद की डकैती में लगा दिया है। बुलंदशहर और गाजियाबाद जेल में हुई पूछताछ पुलिस की टीम ने बावरिया गिरोह के जेल में बंद सदस्यों से पूछताछ की है। बुलंदशहर और गाजियाबाद की जेल में बंद बावरिया गिरोह से जानकारी ली गई है। पड़ताल की जा रही है कि मुरादाबाद एरिया में बावरियों का कौन का गैंग वारदात कर रहा है। पुलिस को बावरियों से अहम जानकारी भी मिली है, जिस पर पुलिस की टीमें काम कर रही है। बावरिया गिरोह पर है पूरा शक पाकबड़ा में डकैती की घटना में अभी तक बावरिया गिरोह पर ही पूरा शक हैं। उसी तरफ पुलिस की टीमें तेजी से काम कर रही है। दो टीमों को शहर से बाहर बावरियों के ठिकानों पर भेजा गया है। ताकि उनके गैंग के मूवमेंट की जानकारी ली जाए।

बिनोद कुमार, आइजी बरेली की यूनिट डकैती पर कर रही है काम बरेली की यूनिट मुरादाबाद की डकैती पर काम कर रही है। बावरिया गिरोह पर काम करने वाले कुछ एक्सपर्ट को लगा दिया है। उम्मीद है कि जल्द ही सफलता मिलेगी।

अभिषेक सिंह, एसपी एसटीएफ सोलह बदमाशों की हुई शिनाख्त परेड पाकबड़ा डकैती में पुलिस ने 16 बदमाशों को पूछताछ के लिए पकड़ा था। सभी को लाइन में खड़ा करने के बाद परिवार के सामने शिनाख्त परेड कराई गई। वीरवती और उनकी पुत्रवधू संगीता ने सभी बदमाशों को देखकर इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि उक्त परेड में से कोई भी बदमाश उनकी पहचान में नहीं आया है। दरअसल, 14 में से सिर्फ एक बदमाश का ही मुंह खुला हुआ था, बाकी ने कपड़े से मुंह बांध रखा था।

रामलीला कमेटी ने पीड़ित को सौंपे 50 हजार डकैती के बाद हरिसिंह के परिवार की स्थित खराब हो गई है। रामलीला कमेटी की ओर से पदाधिकारियों ने पीड़ित परिवार को मदद के लिए 50 हजार का चेक दिया है। उसके अलावा भी अन्य लोग पीड़ित परिवार की मदद के लिए सामने आए है।

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