सपा प्रत्याशी मौलाना जावेद आब्दी ने कहा-जनता ने जिताया लेकिन प्रशासन ने हरवा दिया
सपा प्रत्याशी ने चुनाव में हार के बाद पुलिस प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप। कहा- पार्टी मुखिया को दी है पूरी रिपोर्ट उनके स्तर पर लिया जाएगा फैसला। कहा कि चुनाव प्रेक्षक ने तो दो घंटे तक अपना फोन ही बंद रखा।
अमरोहा, जेएनएन। नौगावां सादात विधानसभा सीट पर हार के बाद सपा प्रत्याशी मौलाना जावेद आब्दी ने पुलिस और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने तो उन्हें चुनाव जिता दिया मगर सरकार के दबाव में पुलिस व प्रशासन ने उन्हें चुनाव हरवा दिया। कहा कि उन्होंने पूरी रिपोर्ट पार्टी मुखिया को दे दी है, उनके स्तर पर ही अगली कार्रवाई के लिए फैसला लिया जाएगा।
पिछले विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी मौलाना जावेद आब्दी भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान से लगभग 20 हजार मतों से हारे थे। इस बार उपचुनाव में भी सपा ने उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया था। जावेद आब्दी का दावा था कि इस बार मुस्लिम इलाकों के अलावा जाट, सैनी, यादव व गूजर समेत अन्य हिंदू बाहुल्य क्षेत्रों में भी उन्हें लोगों का भरपूर समर्थन मिला है। इसी आधार पर वह अपनी जीत की दावेदारी कर रहे थे। मगर मतगणना में लगभग 15 हजार से अधिक वोटों से शिकस्त खाने के बाद उन्होंने अपनी हार का ठीकरा पुलिस व प्रशासन पर फोड़ा। आरोप लगाया कि मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पुलिस ने डंडा फटकार कर उनके मतदाताओं को बूथों से भगा दिया। कोरोना का भय दिखाकर भी वोट नहीं डालने दिया गया। उनके सक्रिय कार्यकर्ताओं को सुबह पांच बजे ही पुलिस ने हिरासत में लेकर थाने व चौकियाें में बैठाए रखा। कहा कि इसके अलावा चौहान बाहुल्य लगभग 30 मतदान केंद्रों पर 80 से 92 फीसद तक फर्जी मतदान कराया गया। सवाल उठाया कि जब अन्य किसी बिरादरी वाले क्षेत्रों में 60 से 65 फीसद से अधिक मतदान नहीं हुआ तो वहां इतना मतदान कैसे हो सकता है? कहा कि जबकि दिन में इन बूथों पर सन्नाटा पसरा था, इसका सुबूत भी उनके पास है? बोले कि पुलिस की ज्यादती की शिकायत के लिए उन्होंने कई बार डीएम व एसपी को फोन किया मगर वह लोग टालमटोल करते रहे। चुनाव प्रेक्षक ने तो दो घंटे तक अपना फोन ही बंद रखा। कहा कि उन्होंने पूरी रिपोर्ट पार्टी मुखिया अखिलेश यादव को दे दी है, उनके स्तर पर अगली कार्रवाई के लिए फैसला लिया जाएगा।