आरटीजीएस करने के लिए बैंक में भेजी रिक्‍वेस्‍ट, टाइल्स कारोबारी के खाते से सात लाख रुपये उड़ाए

Cyber ​​crimes साइबर ठगों ने न खाता नंबर पूछा न एटीएम कार्ड नंबर सीधे बैंक में ही मैसेज कर दिया। इसके बाद खाते से कई लाख रुपये गायब हो गए।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 04 Sep 2020 09:05 AM (IST) Updated:Fri, 04 Sep 2020 09:05 AM (IST)
आरटीजीएस करने के लिए बैंक में भेजी रिक्‍वेस्‍ट, टाइल्स कारोबारी के खाते से सात लाख रुपये उड़ाए
आरटीजीएस करने के लिए बैंक में भेजी रिक्‍वेस्‍ट, टाइल्स कारोबारी के खाते से सात लाख रुपये उड़ाए

मुरादाबाद, जेएनएन। साइबर ठग ने अंजान नंबर से बैंक में मैसेज भेज कर टाइल्स कारोबारी के खाते से 7 लाख 90 हजार रुपये निकाल लिए। आरोपित ने एक खाते में यह रकम आरटीजीएस के माध्यम से ट्रांसफर कराई। जब कारोबारी के पास बैंक में रजिस्टर्ड नंबर पर मैसेज आया तब ठगी का पता चला, क्योंकि कारोबारी ने बैंक से ऐसा कोई अनुरोध ही नहीं किया था। मामले में कारोबारी की शिकायत पर एसपी सिटी ने सिविल लाइंस के प्रभारी निरीक्षक को रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।

थाना सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के रामगंगा विहार मधुर ग्रीन विला निवासी पीयूष अग्रवाल टाइल्स और सेनेट्री का कारोबार करते हैं। दिल्ली रोड मझोला में ‘गंगा बाथ एंड टाइल्स’ नाम से उनकी फर्म संचालित है। उनका एक खाता सिविल लाइंस स्थित एक बैंक की शाखा में है, जिसकी क्रेडिट लिमिट भी है। पीयूष के अनुसार बुधवार शाम 6:37 बजे उनके बैंक में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज आया कि आपकी ओर से बेबी देवी के खाते में 7 लाख 90 हजार रुपये की रकम आरटीजीएस से भेज दी गई है। मैसेज देखते ही पीयूष के पैरों तले जमीन खिसक गई, क्योंकि उन्होंने ऐसे किसी ट्रांजेक्शन के लिए बैंक को कहा ही नहीं था। वह मैसेज मिलते ही जानकारी करने बैंक पहुंच गए।

पीयूष के अनुसार वहां बैंक मैनेजर ने बताया कि बैंक अधिकारी मनोज कुमार के पास एक मोबाइल नंबर से कुछ मैसेज आया था, जिसमें आरटीजीएस करने के लिए रिक्‍वेस्‍ट की गई थी। उस नंबर को भी दिखाया, जिसकी डीपी में पीयूष अग्रवाल की ही डीपी लगी थी। इस पर पीयूष ने बैंक को बताया कि जिस नंबर से मैसेज किया गया है वह उनका नंबर नहीं है और ना ही वह नंबर बैंक में रजिस्टर्ड है। पीयूष के अनुसार सारी बात सुनने के बाद बैंक मैनेजर ने धोखाधड़ी होने की बात कही। लेकिन, रकम वापस करने में असमर्थता जता दी। जिसके बाद निराश होकर पुलिस में शिकायत की गई। उन्होंने गुरुवार को इस मामले में एसपी सिटी को तहरीर दी है। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि कारोबारी ने शिकायत मिली है। सिविल लाइंस एसएचओ को जांच कर कार्रवाई करने के आदेश दिए गए है। जो भी दोषी होगा, बचेगा नहीं। पूरे मामले की जांच कराकर कार्रवाई होगी।

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