अब पड़ोसी जिलों में भी सांसद आजम खां के समर्थकों पर होगी कार्रवाई, जानिए क्‍या है तैयारी

सांसद आजम खां के समर्थकों पर अभी तक रामपुर में ही कार्रवाई होती रही है। अब यह दायरा बढ़ने जा रहा है। पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि जो लोग अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं अब उन पर कार्रवाई की जा रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Wed, 30 Sep 2020 04:22 PM (IST) Updated:Wed, 30 Sep 2020 04:22 PM (IST)
अब पड़ोसी जिलों में भी सांसद आजम खां के समर्थकों पर होगी कार्रवाई, जानिए क्‍या है तैयारी
अब पड़ोसी जिलों में भी सांसद आजम समर्थकों पर होगी कार्रवाई।

रामपुर, जेएनएन। सांसद आजम खां के समर्थकों पर अब पुलिस मजबूती से शिकंजा कस रही है। रामपुर शहर ही नहीं, बल्कि आसपास के जिलों में भी उनके समर्थकों पर कार्रवाई कर रही है। सप्ताहभर पहले पुलिस ने आजम के करीबी बरेली जिले के ठेकेदार बरकत अली के घर की कुर्की कर ली थी। अब मुरादाबाद में यूसुफ मलिक के घर पर कुर्की के लिए नोटिस चस्पा कर दिया है। उसके खिलाफ रामपुर के अजीमनगर थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज है।

पिछले साल जुलाई में आजम खां और उनके समर्थकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर मुकदमे दर्ज हुए थे। डूंगपुर प्रकरण में भी 11 मुकदमें लिखे गए थे। प्रदेश सरकार ने डूंगरपुर में आसरा आवास बनवाए थे। सपा शासनकाल में जब यह कालोनी बनी थी, तब यहां कुछ लोगों के घर थे, जिन्हे नगर पालिका की जमीन बताते हुए तोड़ दिया गया था। इन लोगों ने पिछले साल गंज थाने में घर तोड़ने और सामान लूटने के मुकदमे दर्ज कराए। कालाेनी बनवाने वाले बरेली के मीरगंज निवासी ठेकेदार बरकत अली को भी नामजद किया गया। लेकिन, वह फरार हो गया। इस पर सप्ताहभर पहले पुलिस ने उसके घर की कुर्की कर ली। बाद में गिरफ्तारी भी कर ली। मुरादाबाद के जिगर कालोनी निवासी यूसुफ मलिक के खिलाफ भी अजीमनगर थाने में हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज हुआ। लेकिन, कोर्ट में हाजिर नहीं हो सका । इसपर अदालत ने उसके भी कुर्की के नोटिस जारी कर दिए, जो अजीमनगर पुलसि ने मुरादाबाद में उसके घर पर चस्पा कर दिए हैं।

पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि जो लोग अभी तक गिरफ्तार नहीं हो सके हैं और उन्होने कोर्ट में समर्पण नहीं किया है। अब उनके खिलाफ कोर्ट के आदेश पर कार्रवाई की जा रही है। रामपुर की जेल में बंद हैं पूर्व सीओ पिछले साल मुहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के लिए जमीनें कब्जाने के आरोप में 30 मुकदमे दर्ज हुए थे। इन मुकदमों में आजम खां को नामजद किया गया था। लेकिन, पुलिस ने जांच पड़ताल के दौरान आजम खां की पत्नी, बहन और दोनों बेटे भी दोषी पाए। इसपर पुलिस ने उनकी पत्नी, बहन निकहत अफलाक और बेटे अदीब आजम व अब्दुल्ला आजम के खिलाफ भी सभी 30 मामलों में चार्जशीट लगा दी। आजम खां के करीबी रहे पूर्व सीओ सिटी आले हसन खां के खिलाफ तो 56 मुकदमे लिखे गए। अब वह भी रामपुर की जेल में हैं, जबकि आजम खां उनकी पत्नी और बेटे अब्दुल्ला सात माह से सीतापुर जेल में हैं।

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