मुरादाबाद में पकड़ा गया एनसीआर का गिरोह, सरगना समेत तीन गिरफ्तार

Theft in Moradabad सीओ सिविल लाइंस अपर पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ की जा रही है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 26 Jul 2020 08:10 PM (IST) Updated:Sun, 26 Jul 2020 08:15 PM (IST)
मुरादाबाद में पकड़ा गया एनसीआर का गिरोह, सरगना समेत तीन गिरफ्तार
मुरादाबाद में पकड़ा गया एनसीआर का गिरोह, सरगना समेत तीन गिरफ्तार

मुरादाबाद, जेएनएन। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के गिरोह ने ही बुद्धि विहार में दो घरों में चोरी की थी। पुलिस ने सरगना समेत तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से नकदी और जेवरात के अलावा चोरी में इस्तेमाल होने वाली कार भी बरामद कर ली है।

थाना मझोला के बुद्धविहार सेक्टर 7 सी निवासी डॉ. नौशेंद्र सिंह सोमवार को पत्नी-बच्चों के साथ अपने पैतृक गांव देवीपुरा (अमरोहा) जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। मंगलवार शाम बदमाश उनके घर में घुसकर आलमारी का ताला तोड़कर सोने के आभूषणों का सेट, अंगूठियां, चांदी के सिक्के, कीमती कपड़े समेत करीब पांच लाख रुपये का सामान चोरी कर ले गए। इसी तरह बुद्धि विहार सेक्टर-10 में रहने वाले बैंककर्मी पवन कुमार सिंह के घर से चोर करीब 60 हजार रुपये का माल ले गए थे। एसओजी बदमाशों की तलाश में लगी थी। शनिवार को एसओजी ने गिरोह के सरगना इमरान निवासी ग्राम औरंगाबाद, थाना भावपुर, मेरठ, इसी गांव के जावेद और गाजियाबाद की खोड़ा कॉलोनी के रोहित कुमार को पकड़ लिया। इनका एक साथी एसओजी के अभी हाथ नहीं लगा। बदमाशों के पास से चोरी की गई नकदी और जेवरात के अलावा घटना में इस्तेमाल होने वाली कार भी बरामद कर ली गई है।

इस तरह पकड़ में आया गिरोह

एसओजी को पहले ही दिन पता लग गया था कि बदमाश दिल्ली की ओर गए हैं। सीसीटीवी फुटेज से भी यह लग रहा था कि बदमाश कहीं बाहर से ही हैं। जोया के टोल टैक्स के सीसीटीवी की फुटेज देखी तो कुछ नहीं मिला। पता लगा कि वह टोल प्लाजा से बचकर किसी गांव के रास्ते निकले हैं। इसके बाद एसओजी गढ़मुक्तेश्वर वाले टोल प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज देखा तो कार को पहचान ली। कार पर नंबर गाजियाबाद का था। चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद बदमाशों ने नंबर प्लेट बदली है। पुलिस जैसी ही कार के मालिक के पते पर पहुंची सारी कहानी खुल गई। पता चला जिस इमरान की कार है, उसके गिरोह ने छत्तीसगढ़ से भी 70 लाख रुपये की रकम लूटी थी, लेकिन दो महीने बाद ही इमरान गिरोह के साथ पकड़ा गया था। इमरान के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। 

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