मुरादाबाद के लाइनपार में शुरू हुई रामलीला, बारिश के कारण चार दिन से नहीं हो पा रहा था मंचन

Moradabad Linepaar Ramlila मुरादाबाद के लाइनपार में बारिश के कारण चार दिन बंद रहा रामलीला मंचन सोमवार से शुरू किया गया। चार दिनों के रुके हुए सभी प्रसंग मंच से दिखाए गए। नारद मोह राम जन्म और सीता जन्म का मंचन दिखाया गया।

By Tej Prakash SainiEdited By: Publish:Tue, 27 Sep 2022 11:53 AM (IST) Updated:Tue, 27 Sep 2022 11:53 AM (IST)
मुरादाबाद के लाइनपार में शुरू हुई रामलीला, बारिश के कारण चार दिन से नहीं हो पा रहा था मंचन
Moradabad Linepaar Ramlila : लाजपतनगर और दसवां घाट पर अहिल्या द्वार व जनकपुरी की सैर का मंचन

जागरण संवाददाता, मुरादाबाद। Moradabad Linepaar Ramlila : मुरादाबाद के लाइनपार में बारिश के कारण चार दिन बंद रहा रामलीला मंचन सोमवार से शुरू किया गया। चार दिनों के रुके हुए सभी प्रसंग मंच से दिखाए गए। नारद मोह, राम जन्म और सीता जन्म का मंचन दिखाया गया।

राम जन्म पर गूंजी बधाइयां

राम जन्म होने पर अयोध्या में बधाईयां गूंजने का मंचन देख श्रद्धालु भी गदगद हुए। इस मौके पर रामलीला मैनेजिंग कमेटी के सचिव राजीव बंसल, संदीप बंसल, रोहित बंसल समेत अन्य ने व्यवस्था संभाली। इधर, लाजपत नगर की रामलीला में अहिल्या द्वार का मंचन से लेकर प्रभु श्री राम और लक्ष्मण की जनकपुरी के सैर तक मंचन दिखाया गया।

अहिल्या का शिला से नारी बनने का मनमोहक मंचन

मंचन में गुरु विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को अहिल्या के पत्थर की शिला बनने के पीछे की कहानी बताई। इसके बाद प्रभु श्री राम ने जैसे ही पत्थर की शिला को छुआ तो अहिल्या शिला से नारी के रूप में प्रकट हुई। इस तरह अहिल्या का उद्वार हुआ। जनकपुरी में प्रभु श्री राम व लक्ष्मण जैसे सुंदर राजकुमारों को देख लोग हर्षित होते हैं।

व्यवस्था में महेश चंद्र अग्रवाल, विनोद सक्सेना, मुकुल बंसल, श्याम किशोर रस्तोगी, राजीव अग्रवाल, नरेंद्र सिंह, मनोज व्यास, शरद अग्रवाल समेत अन्य मौजूद रहे। दसवां घाट की रामलीला में ताड़का वध का मंचन दिखाया गया। अयोध्या में विश्वामित्र का आगमन और ऋषि-मुनियों को राक्षसों से मुक्ति दिलाने के लिए श्री राम व लक्ष्मण का वनगमन व ताड़का वध तक का मंचन दिखाया गया।

पुष्प वाटिका में राम-सीता एक दूसरे को देखकर हुए मोहित

इसके अलावा जनकपुरी की सैर और पुष्प वाटिका में सीता व राम का एक दूसरे को देखकर मोहित होने का मंचन दिखाया गया। रामायण की चौपाई के साथ अष्टसखी संवाद का बेहतरीन मंचन किया गया। इस मौके पर अध्यक्ष यर्थाथ किशोर, संरक्षक छत्रपाल सिंह सैनी, आदित्यवीर शास्त्री, ओम शंकर, इंद्रजीत शर्मा, राजेश वाल्मीकि, अनिल प्रजापति समेत अन्य लोग मौजूद रहे।

बारिश थमी तो निगम ने तैयार किया मैदान

बारिश थमने के बाद लाइनपार का रामलीला मैदान तैयार करने में नगर निगम की टीम जुट गई। रविवार की रात 1:30 बजे तक रामलीला मैदान में तीन पंप लगाकर मैदान का पानी बाहर निकाला गया। मैदान में बंद पड़े रेन वाटर हार्वेस्टिंग को चालू किया गया। इनमें मिट्टी भरने से बारिश का पानी भूगर्भ में नहीं पहुंचा।

रामलीला मैदान में दो फीट तक भर गया था पानी

दूसरा, रामलीला ग्राउंड के आसपास के नाले चोक होने के कारण भी रामलीला मैदान में दो फीट तक पानी भर गया था। सोमवार को नगर आयुक्त संजय चौहान ने निरीक्षण किया और व्यवस्थाएं सुधारने को पूरी टीम लगाई। मैदान में मिट्टी डालकर दर्शक दीर्घा को तैयार किया गया। मुख्य अभियंता डीसी सचान, जीएम जलकल एके राजपूत, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता समेत अन्य मौजूद रहे।

अगवानपुर की रामलीला में राम जन्म का मंचन

अगवानपुर में चल रही श्री रामलीला मंचन में राम जन्म का प्रसंग दिखाया गया। राजा दशरथ की तीन रानियों द्वारा चार पुत्रों के जन्म से बधाईयां गूंजी। जन्म के बाद नामकरण का मंचन भी दिखाया गया। जिसमें माता कौशल्या के पुत्र का नाम राम, कैकेई के पुत्र का नाम भरत, सुमित्रा के पुत्र लक्ष्मण और शत्रुघ्न कहलाए। इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष वरुण गुप्ता, विक्की जोशी, सरजू विश्नोई, अंचल शर्मा, मुकुल वर्मा समेत अन्य मौजूद रहे।

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