निमोनिया के बारे में जान लीज‍िए ये जरूरी बातें, समस्‍या होने पर इस तरह करें बचाव

निमोनिया का टीकाकरण ही बचाव है। इसमें न्यूमोकोकल वैक्सीन पांच साल तक के बच्चे के साथ ही बुजुर्ग को भी लगवाई जाए। इन्फ्लुएन्जा वैक्सीन हर सांस के मरीज को एक बार लगवानी चाहिए। ठीक होने के बाद आराम बहुत जरूरी है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sat, 14 Nov 2020 05:05 PM (IST) Updated:Sat, 14 Nov 2020 05:05 PM (IST)
निमोनिया के बारे में जान लीज‍िए ये जरूरी बातें, समस्‍या होने पर इस तरह करें बचाव
निमोनिया के मरीजों की कोरोना की जांच कराई जा रही थी।

मुरादाबाद, जेएनएन। कोरोना संक्रमण में पहले ही निमोनिया के लोग शिकार हो गए। एल-थ्री अस्पताल में गंभीर हालत में पहुंचे मरीजों का एक्सरे और सीटी स्कैन कराने पर निमोनिया की पुष्टि हुई। डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज किया। 10693 लोग अब तक संक्रमित हो चुके हैं। 10,257 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। 162 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वाले ज्यादातर वो लोग हैं जो गंभीर निमोनिया में अस्पताल पहुंचे थे। प्रोटोकॉल के तहत निमोनिया के मरीजों की कोरोना की जांच कराई जा रही थी। उन सभी लोगों में संक्रमण की पुष्टि भी हुई।

वायरस से फैलता है निमोनिया

निमोनिया जीवाणुओं (बैक्टीरिया), विषाणुओं (वायरस), फंगस, परजीवी, केमिकल से होता है। सांस की नली में खाना जाए तो निमोनिया से पीड़ित मरीज अगर बेहोश हो जाए और उस दौरान उसे कुछ खिलाया जाए तो खाना, खाने की नली के बजाए सांस की नली में चला जाए तो समझ लीजिये मरीज को एस्परेशन निमाेनिया की शिकायत है। ऐसे मरीज को डॉक्टर के पास ले जाने में देर न करें।

ये हैं लक्षण

निमोनिया की पहचान आसान है। अगर किसी मरीज को तेज बुखार है, सर्दी लग रही है, जोड़ और मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और सीने में दर्द है तो समझ लीजिये निमोनिया है।

ऐसे पहचानें डबल निमोनिया

दोनों फेफड़ों में निमोनिया हो जाता है तो उसे डबल निमोनिया कहा जाता है। एक्सरे में दो फेफड़ों पर सफेद धब्बे साफ नजर आते हैं। ज्यादा क्लीयर करने के लिए चिकित्सक सीटी स्कैन भी करा सकते हैें। उसमें भी स्थिति पूरी तरह स्प्ष्ट हो जाती है।

निमोनिया के मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। निमोनिया और कोरोना संक्रमण का असर फेफड़ों पर होता है। निमोनिया से पीड़ित गंभीर हालत में पहुंचने वाले मरीजों को नहीं बचाया जा सका। सांस फूले तो फौरन ही डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉ. वीके सिंह, कोविड-19 प्रभारी टीएमयू

एक्सरे में निमोनिया की पुष्टि हो जाती है। अगर किसी को निमोनिया की पुष्टि हो जाए तो फौरन ही कोरोना की जांच कराएं। समय से इलाज कराने पर फेफड़ों पर संक्रमण का असर रोका जा सकता है।

डॉ. एनके मिश्रा, वरिष्ठ फिजिशियन जिला अस्पताल

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