आइजी अमिताभ ठाकुर के श‍िकायती पत्र पर पाकबड़ा के दारोगा के खिलाफ जांच शुरू

वीडियो का हवाला देकर आइजी ने दारोगा पर लगाया मानवाधिकार हनन का आरोप। आरोपित दारोगा ने बताया वायरल वीडियो पुरानी आरोपित के खिलाफ दर्ज है मुकदमा। एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने जांच एएसपी अनिल यादव के हाथ सौंपी है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Fri, 01 Jan 2021 04:12 PM (IST) Updated:Fri, 01 Jan 2021 04:12 PM (IST)
आइजी अमिताभ ठाकुर के श‍िकायती पत्र पर पाकबड़ा के दारोगा के खिलाफ जांच शुरू
बरदस्ती मोटरसाइकिल पर बैठाकर साथ ले जा रहे हैं।

मुरादाबाद, जेएनएन। सिविल डिफेंस के ज्वाइंट डाइरेक्टर व आइजी अमिताभ ठाकुर की मांग पर पाकबड़ा में तैनात दारोगा के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। हालांकि, मानवाधिकार हनन के आरोपों से घिरे दारोगा का कहना है कि वायरल वीडियो करीब पांच माह पुरानी है। जिस व्यक्ति से अभद्रता का आरोप है, वह मुकदमे का वांछित अभियुक्त था। प्रकरण की तह तक जाने के लिए एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने जांच एएसपी अनिल यादव के हाथ सौंपी है। 

ट्विटर के जरिए आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने पाकबड़ा थाने में तैनात उपनिरीक्षक व एक सिपाही पर मानवाधिकार हनन का आरोप लगाया है। शिकायती पत्र मुरादाबाद के एसएसपी समेत पुलिस के उच्चाधिकारियों को भेजने का दावा करते हुए उन्होंने बताया कि रजत सिंह नाम के एक व्यक्ति ने एक मिनट व दो सेकेंड की वीडियो व एक स्लाइड ट्विटर के जरिए उनके पास भेजी। वीडियो में दारोगा व सिपाही एक आदमी को उसके घर के सामने पीटने के बाद जबरदस्ती मोटरसाइकिल पर बैठाकर साथ ले जा रहे हैं। आरोप है कि रात भर पीटने के बाद पीड़ित व्यक्ति को मुंह न खोलने की धमकी दी गई। पीड़ित कमल प्रजापति पाकबड़ा थाना क्षेत्र के समाथल गांव का निवासी बताया जाता है। वायरल वीडियो के आधार पर दोनों पुलिस कर्मियों को मानवाधिकार उल्लंघन का दोषी करार देते हुए उन्होंने प्रकरण की जांच कराए जाने की मांग की। इस बावत एसपी सिटी अमित कुमार आनंद ने बताया कि वीडियो की जांच कराई जा रही है। जांच एएसपी अनिल यादव को दी गई है। थाना प्रभारी से भी इस बावत रिपोर्ट तलब की गई है। आरोपित दारोगा ने बताया कि लॉकडाउन के दरम्यान आरोपित कमल के खिलाफ मुकदमा पुलिस ने लिखा था। वायरल वीडियो अगस्त महीने की है।

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