ट्रेन चालक और गार्ड के लिए खुशखबरी, अब चालक और गार्ड को तीन रुपये में मिलने लगा खाना
Good News for Train Driver and Guard मंडल रेल प्रशासन की सख्ती के बाद शनिवार सुबह से ट्रेन चालक व गार्ड को फिर से विश्राम गृह में तीन रुपये में खाना उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इसके बाद चालक व गार्ड ने राहत महसूस की है।
मुरादाबाद, जेएनएन। Good News for Train Driver and Guard : मंडल रेल प्रशासन की सख्ती के बाद शनिवार सुबह से ट्रेन चालक व गार्ड को फिर से विश्राम गृह में तीन रुपये में खाना उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है। इसके बाद बाहर से ट्रेन व मालगाड़ी लेकर आने वाले चालक व गार्ड ने राहत महसूस की है। दैनिक जागरण ने 29 दिसंबर के अंक में चालक व गार्ड की समस्याओं को लेकर खबर प्रकाशित किया था। जिसमें कहा गया था कि मुरादाबाद स्टेशन परिसर में रेलवे का विश्राम गृह बना हुआ है। दिल्ली, लखनऊ, सहारनुपर, अंबाला, लुधियाना आदि स्थानों से प्रतिदिन 160 गार्ड व चालक ट्रेन व मालगाड़ी लेकर आते हैं, उसे विश्राम करने की सुविधा उपलब्ध कराया जाता है।
रेलवे बोर्ड के नियम के अनुसार विश्राम गृह में रुकने वाले चालक व गार्ड को तीन रुपये में खाना उपलब्ध कराने का आदेश है। रेलवे के अधिकारियों ने एक साल से खान-पान का ठेका करने के बजाय पुराने ठेकेदार के ठेका का विस्तार किया जा रहा था। 27 सितंबर को प्रवर मंडल यांत्रिक अभियंता के कंट्रोल रूम ने आदेश दिया था कि चालक व गार्ड को तीन रुपये में खाना नहीं मिलेगा, चालक व गार्ड अपने साथ आटा-दाल आदि लेकर आए, यहां तैनात कर्मचारी खाना बनाकर देगा। इस व्यवस्था के बाद आटा-दाल नहीं लेकर आने वाले चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता था।
दैनिक जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद मंडल रेल प्रबंधक अजय नंदन ने इसे गंभीरता से लिया। यांत्रिक विभाग के अधिकारियों को तत्काल पुरानी व्यवस्था शुरू करने और एक माह में निविदा फाइल करने का आदेश दिया। इस आदेश के बाद विश्राम गृह के नोटिस बोर्ड पर मुख्य लोको निरीक्षक (लोको प्रभारी) हजारी लाल ने नोटिस लगाया है। जिसमें कहा है कि शुक्रवार के मध्य रात्रि से गार्ड व चालक को फिर से तीन रुपये में खाना मिलना शुरू हो जाएगा। शनिवार से यहां चालक व गार्ड को बिना आटा दाल दिए ही खाना मिलना शुरू हो गया है। जिससे चालक व गार्ड ने राहत महसूस किया है। नरमू ने मंडल मंत्री राजेश चौबे ने बताया कि इस मामले को लेकर रेल प्रशासन से वार्ता की थी, उसके बाद पूरानी व्यवस्था की तरह चालक व गार्ड को खाना मिलना शुरू हो गया है।