नाड़ियों को मजबूत करना है तो करें अर्ध चक्रासन, नियमित अभ्यास से होंगे कई फायदें
Ardhachakrasana yoga asana अर्धचक्रासन योग आसन के अभ्यास से आपकी नाड़ियां मजबूत बनेंगी और मेरुदंड लचीला होगा। आसन करने से पहले योग प्रशिक्षक को अपनी बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दे दें। एक बार ये आसन प्रशिक्षक के सामने करें।
मुरादबाद, जेएनएन। Ardhachakrasana yoga asana। काम की भागदौड़ के बीच खुद के लिए भी समय निकालना जरूरी है। प्रतिदिन 30 मिनट का समय निकालकर खुद को स्वस्थ रखा जा सकता है। अर्धचक्रासन योग आसन के अभ्यास से आपकी नाड़ियां मजबूत बनेंगी और मेरुदंड लचीला होगा। नियमित अभ्यास से इसके कई अन्य लाभ भी हैं।
योग प्रशिक्षक अमित गर्ग ने बताया कि दोनों हाथों की सभी अंगुलियों से कमर को पीछे की ओर पकड़ें। सभी अंगुलियां उर्ध्वमुखी और अधोमुखी स्थिति में हों। सिर को पीछे की ओर झुकाते हुए ग्रीवा की मांसपेशियों को खींचना चाहिए। सांस लेते हुए कटि भाग से पीछे की ओर झुकना चाहिए। सांस को बाहर छोड़ते हुए शिथिल होना चाहिए। इस स्थिति में 10 से 30 सेकंड तक रुकें और सामान्य रूप से सांस लेते रहें। सांस को अंदर खींचते हुए धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में वापस लौटें। इस आसन को करने से पहले ये देख लें कि आपको चक्कर तो नहीं आ रहे हैं। ब्लड प्रेशर की समस्या होने पर भी अपको ये आसन नहीं करना है। अर्ध शब्द का अर्थ है आधा तथा चक्र का अर्थ है पहिया। इस आसन में चूंकि शरीर आधे पहिए की आकृति जैसा बनता है। इसलिए इस आसन को अर्ध चक्रासन कहते हैं। आसन करने से पहले योग प्रशिक्षक को अपनी बीमारी के बारे में पूरी जानकारी दे दें। एक बार ये आसन प्रशिक्षक के सामने करें। इसके बाद आप अपने घर पर इस आसन को कर सकते हैं। इसके साथ ही कोरोना से बचने के लिए शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें। पौष्टिक आहार लें।