CoronaVirus in UP : मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर हमला, सीएम ने कहा-NSA के तहत होगी कार्रवाई

CoronaVirus in UP मुरादाबाद में भीड़ ने डॉक्टर समेत सात लोगों को पीटकर घायल कर दिया। पुलिस ने 221 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है।

By Ravi SinghEdited By: Publish:Wed, 15 Apr 2020 01:45 PM (IST) Updated:Thu, 16 Apr 2020 12:37 AM (IST)
CoronaVirus in UP : मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर हमला, सीएम ने कहा-NSA के तहत होगी कार्रवाई
CoronaVirus in UP : मुरादाबाद में मेडिकल टीम पर हमला, सीएम ने कहा-NSA के तहत होगी कार्रवाई

मुरादाबाद, जेएनएन। उत्तर प्रदेश सरकार जहां कोरोना वायरस के संक्रमण में आए लोगों को सुरक्षित करने में जुटी है, वहीं कुछ लोग इसे सफल नहीं होने देना चाह रहे हैं। बुधवार को मुरादाबाद के हॉटस्पॉट इलाके नवाबपुरा में गई पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। पथराव किया और टीम की तीन गाडिय़ों को क्षतिग्रस्त कर दिया। टीम में शामिल एक डॉक्टर समेत सात लोगों को पीटकर घायल कर दिया। पुलिस ने 221 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सात महिलाओं समेत 17 लोगों को गिरफ्तार किया है। 

मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के नवाबपुरा में हाजी नेब वाली मस्जिद निवासी कोरोना संक्रमित सरताज की दो दिन पहले मौत हुई थी। इससे पहले सरताज के बड़े भाई रौनक की मौत पांच अप्रैल को संदिग्ध हालात में हुई थी। उसकी जांच नहीं हुई थी। दोनों एक ही मकान में रहते थे। कुछ दिन पहले ही चेन्नई से लौटकर आए थे। बुधवार को डॉ. सुधीश चंद्र अग्रवाल की अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीम सरताज के भाई रौनक के परिवार वालों को क्वारंटाइन कराने के लिए नवाबपुरा गई थी।

उनकी टीम में फार्मेसिस्ट संजीव कुमार, छत्रपाल सिंह भी थे। टीम के साथ एम्बुलेंस भी थी। एम्बुलेंस को मुनीराज सिंह चला रहे थे। एंबुलेंस में ईएमटी पंकज कुमार और अतर सिंह भी सवार थे। टीम की सुरक्षा में दो सिपाही भी थे। एम्बुलेंस के अलावा पुलिस का एक अन्य वाहन भी था। नागफनी के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार अपने वाहन से आए थे। जैसे ही टीम रौनक के घरवालों को लेकर चलने लगी, भीड़ ने हमला बोल दिया। नीचे से आदमी लोग और मकान की छतों से महिलाओं व बच्चों ने पथराव शुरू कर दिया।

डॉ. सुधीश को गाड़ी से खींच लिया और पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। बचाव में आए टीम के अन्य सदस्यों के साथ भी भीड़ ने मारपीट की। पथराव करके एम्बुलेंस और उसके साथ चल रहा दूसरे वाहन के अलावा पुलिस की गाड़ी तोड़ डाली। सूचना पर आसपास के कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पहले एसपी सिटी अमित कुमार आनंद पहुंचे। बाद में डीएम राकेश कुमार और एसएसपी अमित पाठक ने पहुंचकर स्थिति को संभाला।

घटना के बाद उपद्रव करने वाले कुछ घरों में छिप गए और कुछ रामगंगा नदी पार करके जंगल की तरफ भाग गए। बाद में पुलिस ने जबरदस्ती घरों के दरवाजे खुलवाकर उपद्रवियों को निकला। इस बीच शहर इमाम सैयद मासूम अली आजाद भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने लोगों को समझाया कि पुलिस और प्रशासन आपकी हिफाजत के लिए ही है। उनका विरोध नहीं सहयोग करें।

मुरादाबाद के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि नवाबपुरा में कोरोना संदिग्धों को क्वारंटाइन के लिए ले लाते समय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला हुआ है। 221 के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके सात महिलाओं समेत 17 को गिरफ्तार किया गया है। सभी पर बलवा करने समेत राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। 

सीएम ने कहा- स्वास्थ्य कर्मियों के हमलावरों पर लगेगा एनएसए

मुरादाबाद में स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले की घटना को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद गंभीरता से लिया है। योगी ने कहा कि मेडिकल टीम पर हमला करना अक्षम्य अपराध है। ऐसे दोषियों के खिलाफ आपदा नियंत्रण अधिनियम और एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, दोषी व्यक्तियों द्वारा की गई राजकीय संपत्ति के नुकसान की भरपाई भी उन्हीं की संपत्ति से कराई जाएगी। आपदा की घड़ी में दिन रात जुटे पुलिस, स्वास्थ्य व सफाई कर्मियों पर हमले की घटना अक्षम्य अपराध है। वह इसकी घोर निंदा करते हैं। जनता की सुरक्षा के साथ ऐसे उपद्रवी तत्वों से पूरी सख्ती से निपटा जाए। एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री का कहना है कि हमलावरों की िगरफ्तारी के कड़े निर्देश दिए गए हैं। हमले के पीछे कहीं कोई शरारती तत्व तो नहीं थे अथवा किसी के उकसाने पर तो ऐसी घटना नहीं हुई। इन बिंदुओं पर भी पड़ताल करने का निर्देश दिया गया है। ऐसे आरोपितों पर भी कठोर कार्रवाई होगी। 

हमले की घटना के बाद एडीजी लॉ एंड आर्डर पीवी रामाशास्त्री ने बताया कि मौके पर डीएम और एसएसपी पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि यह जघन्य अपराध है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि समाज पूरी तरह से सहयोग कर रहा है, लेकिन कुछ लोग अफवाह के चक्कर में ऐसी हरकतें कर रहे हैं। आरोपियों की शिनाख्त कर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।

 

मुरादाबाद के थाना नागफनी क्षेत्र के नवाबपुरा क्षेत्र में रहने वाला सरताज आठ अप्रैल को तबीयत बिगडऩे पर उपचार के लिए तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय के मेडिकल कालेज पहुंचा था, जहां उसे भर्ती कर लिया गया। उसकी लक्षण को देखते हुए नौ अप्रैल को उसका सैंपल लिया गया था। 13 अप्रैल को देर शाम उसकी रिपोर्ट मिली, जिसमें कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। उसी दिन रात दस बजे उसकी मौत हो गई। इसके बाद देर रात सरताज के परिजनों को क्वारंटाइन के लिए आइएफटीएम यूनिवर्सिटी ले जाया गया।

सरताज के छोटे भाई को भी तीन दिन से बुखार होने के कारण उसे क्वारंटाइन के लिए ले जाने के लिए बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम नवाबपुरा पहुंची। टीम के वहां पहुंचने के बाद मुहल्ले के लोग एकत्रित होना शुरू हो गए और बाकी परिजनों को ले जाने का विरोध करने लगे। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें समझाने की कोशिश तो भीड़ में मौजूद कुछ लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और देखते-देखते ही टीम पर हमलावर हो गए।

टीम खुद को बचाते हुए भागने लगी तो पथराव कर दिया। पथराव होते देख टीम के साथ गए चारों पुलिस वाले मैदान छोड़कर भाग निकले। एक डॉक्टर को बंधक बना लिया गया। इसमें एचसी मिश्रा के गंभीर चोट आई हैं। जबकि एक टेक्नीशियन को भी चोट लगी है। एंबुलेंस भी क्षतिग्रस्त हुई है। फिलहाल एसपी सिटी फोर्स के साथ घटनास्थल पर रवाना हो गए हैं।

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