सपा में रहते हुए भी अमर सिंह और आजम खां में रहा 36 का आंकड़ा, निधन पर रोईं जयाप्रदा

एक दौर में आजम खां को सपा से बाहर कर दिया गया। लेकिन बाद में आजम सपा में वापस ले लिए गए और अमर सिंह को बाहर कर दिया। इनके साथ ही जयाप्रदा भी सपा से आउट हो गईं।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Sun, 02 Aug 2020 10:36 AM (IST) Updated:Sun, 02 Aug 2020 10:36 AM (IST)
सपा में रहते हुए भी अमर सिंह और आजम खां में रहा 36 का आंकड़ा, निधन पर रोईं जयाप्रदा
सपा में रहते हुए भी अमर सिंह और आजम खां में रहा 36 का आंकड़ा, निधन पर रोईं जयाप्रदा

रामपुर, जेएनएन। राज्यसभा सांसद अमर सिंह के निधन की खबर सुनकर रामपुर में जयाप्रदा समर्थकों में मातम का माहौल छा गया। रामपुर से अमर सिंह का विशेष नाता रहा, क्योंकि रामपुर से फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा को लोकसभा चुनाव में उतारने का श्रेय उन्हेंं ही जाता है। जयाप्रदा की वजह से ही उनकी सपा नेता आजम खां से दूरियां बढ़ीं। सपा में रहते हुए भी दोनों में छत्तीस का आंकड़ा रहा। फिल्म अभिनेत्री जयप्रदा 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में रामपुर से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी बनीं। तब उन्हे अमर सिंह ही यहां लाए थे। उस समय आजम खां और अमर सिंह में अच्छे संबंध थे। दोनों ने जयाप्रदा को जिताने में पूरी ताकत लगाई और वह चुनाव जीत गईं। लेकिन, बाद में आजम खां से नाराजगी हो गई। इसके बावजूद अमर सिंह ने जयाप्रदा को फिर 2009 में सपा प्रत्याशी बनवा दिया। आजम खां ने उनका विरोध किया और चुनाव भी नहीं लड़ाया। इसके बाद भी जयाप्रदा जीत गईं। 

2019 के लोकसभा चुनाव में जयाप्रदा भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं और रामपुर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ीं। लेकिन, हार गईं। इस चुनाव में अमर सिंह के सियासी दुश्मन आजम खां जीत गए। अमर सिंह कई बार रामपुर आए और आजम खां के शहर में ही उनके खिलाफ बोलते रहे।

आजम पर कराया मुकदमा

आजम खां ने अमर सिंह की बेटियों के बारे में अपशब्द बोले तो अमर सिंह ने लखनऊ के गोमती नगर में आजम खां के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया, जिसकी विवेचना आज भी रामपुर जनपद की थाना अजीमनगर पुलिस कर रही है। बीमारी के दौरान भी वह लगातार मुकदमे की विवेचना के संबंध में संपर्क किए हुए थे और लगातार यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि उनके द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में क्या हुआ, जिसकी पैरवी रामपुर में पूर्व सांसद जयाप्रदा के प्रतिनिधि अधिवक्ता मुस्तफा हुसैन कर रहे हैं। अमर सिंह के निधन की खबर सुनकर किसान सेवा सहकारी समिति मीरापुर के चेयरमैन और अमर सिंह के करीबी मुस्तफा हुसैन ने दुख जताते हुए कहा कि उनके इस दुनिया से जाने का बहुत अफसोस है। उन्होंने अपनी सांसद निधि से रामपुर में रैन बसेरा समेत कई विकास कार्य भी कराए। दूसरी तरफ, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने भी अमर सिंह के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त की है। 

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