अभी तक जो पार्षद मुरादाबाद में अतिक्रमण हटाने के पक्ष में थे नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में कार्रवाई का किया विरोध, जानें वजह

Moradabad Municipal Executive Meeting नगर निगम बोर्ड की बैठक में रामगंगा डूब क्षेत्र का मुद्दा भी उठा। अभी तक जो पार्षद रामगंगा के डूब क्षेत्र में कब्जे को लेकर अफसरों से शिकायत करते थे अब वह कार्यकारिणी की बैठक में अवैध अतिक्रमण करने वालों की पैरवी करते दिखे।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 02:10 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 02:10 PM (IST)
अभी तक जो पार्षद मुरादाबाद में अतिक्रमण हटाने के पक्ष में थे नगर निगम कार्यकारिणी बैठक में कार्रवाई का किया विरोध, जानें वजह
महापौर ने भी अतिक्रमण हटाने का विरोध तो नगर आयुक्त ने स्पष्ट की वजह।

मुरादाबाद, जेएनएन। Moradabad Municipal Executive Meeting : नगर निगम बोर्ड की बैठक में रामगंगा डूब क्षेत्र का मुद्दा भी उठा। अभी तक जो पार्षद रामगंगा के डूब क्षेत्र में कब्जे को लेकर अफसरों से शिकायत करते थे, अब वह कार्यकारिणी की बैठक में अवैध अतिक्रमण करने वालों की पैरवी करते दिखे। उनका अपने हित और अहित दिखाई दिया तो अतिक्रमण हटाने का विरोध कार्यकारिणी में किया। बैठक में बोले कि जब मकान बन रहे तब अफसर कहा गए थे, अब गरीब लोगों ने अपना आवास बना लिया तो उसका राशन, बर्तन, कपड़े सब बुल्डोजर से घर गिराकर बर्बाद कर दिया।

उन्हें पहले पीएम आवास योजना के तहत आवास देने चाहिए थे, फिर हटाते। इसका पक्ष महापौर विनोद अग्रवाल ने भी लिया। उन्होंने कहा कि जहां तक नगर निगम सड़क, पानी की पाइप लाइन, बिजली विभाग खंभे लगा चुका है, वहां गलियाें की घनी आबादी तक अतिक्रमण चिह्नित नहीं होना चाहिए था। इस कार्यकारिणी के पक्ष व विपक्ष के पार्षद एक साथ आ गए। इस पर नगर आयुक्त संजय चौहान ने कहा कि रामगंगा के डूब क्षेत्र की जमीन नगर निगम की नहीं सिंचाई विभाग की है। लेकिन, प्रशासन के निर्देश पर उनको अपनी मशीनरी व कर्मचारी व अधिकारियों को साथ में लगाया लगाया। नगर आयुक्त ने कहा कि आप कार्यकारिणी के सदस्य हैं तो आपकी बात को उचित फोरम तक पहुंचाया जाएगा। दरअसल, पार्षदों के अपने परिचितों व स्वयं के मकान व जमीन डूब क्षेत्र में चिह्नित क्षेत्र में आने से अब अतिक्रमण हटाने का विरोध किया जा रहा है।

आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारियों का वेतन बढ़ाने को सौंपा ज्ञापन : नगर निगम कार्यकारिणी की बैठक के दौरान सफाई कर्मचारी नेता हाल में आ गए और उन्होंने आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को वेतन 7500 रुपये से बढ़ाकर 15000 रुपये करने की मांग की। उप्र सफाई कर्मचारी नेता ओमी लाल वाल्मीकि ने मांग पत्र पढ़कर सुनाया। जिसमें आउट सोर्सिंग कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए वेतन बढ़ोत्तरी की मांग की। इस पर महापौर विनोद अग्रवाल ने कहा कि कार्यकारिणी की ओर से ज्ञापन स्वीकार है बाकि प्रशासनिक स्तर से आयुक्त इस पर देखेंगे। नगर आयुक्त संजय चौहान ने कहा कि सफाई कर्मचारियों की मांग जायज है। उनके आर्थिक संकट से भी वाकिफ हैं। वेतन बढ़ोत्तरी की मांग को शासन भेजा जाएगा। इस मौके पर प्रेम बाबू वाल्मीकि, मुरारी लाल शेषन, नीरज पाराशरी, सुनील लश्करी समेत अन्य सफाई कर्मचारी नेता मौजूद रहे।

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