By-election in Amroha : भाजपा ने जाट बाहुल्‍य गांवों पर रखी व‍िशेष नजर, बूथ संरचना को रखा मजबूत

जिला स्तरीय अन्य जाट नेताओं को भी हर जाट बूथ पर पैनी नजर रखने के निर्देश दिए गए। यही रणनीति भाजपा के काम आई। जाट मतदाताओं के जितना छिटकने का डर था उतना नहीं छिटका और पार्टी ने पारी जीत ली

By Narendra KumarEdited By: Publish:Thu, 12 Nov 2020 01:00 PM (IST) Updated:Thu, 12 Nov 2020 01:00 PM (IST)
By-election in Amroha : भाजपा ने जाट बाहुल्‍य गांवों पर रखी व‍िशेष नजर, बूथ संरचना को रखा मजबूत
भाजपा ने जाट बाहुल्य गांवों पर रखी विशेष नजर। नहीं छिटकने दिए मतदाता।

अमरोहा (अनिल अवस्थी)। भाजपा ने मजबूत बूथ संरचना की रणनीति के तहत चक्रव्यूह का आखिरी द्वार भेद लिया। उसके सामने सबसे बड़ी चुनौती जाट मतदाताओं को अपने पाले में रोकने की थी। इसलिए संगठन ने जाट बाहुल्य गांवों पर विशेष नजर रखी। इसका फायदा भी मतदान में देखने को मिला। हालांकि भाजपा के कुछ दिग्गजों के गांव में मतदाता छिटक गए।

पिछले चुनाव में नौगावां सादात विधानसभा से जीते भाजपा प्रत्याशी चेतन चौहान ने 96 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे। उनके निधन के बाद रिक्त हुई सीट पर दोबारा कब्जा करने के लिए भाजपा के सामने जाट व चौहान वोटों को बांधे रखने की सबसे बड़ी चुनौती थी। विधानसभा क्षेत्र में दोनों जातियों के लगभग 80 हजार मतदाता हैं। ऐसी दशा में चेतन की पत्नी संगीता चौहान को टिकट देकर पार्टी ने चौहान वोटों को तो अपने पाले में कर लिया। मगर जाटों को रोकना टेढ़ी खीर था। गन्ना समर्थन मूल्य व रालोद नेता जयंत चौधरी पर पुलिस लाठीचार्ज से जाटों में सरकार के प्रति नाराजगी थी। उधर, सपा से रालोद गठबंधन और भी परेशानी बढ़ा रहा था। इसके चलते संगठन ने जाट बिरादरी को बांधे रखने में पूरी ताकत झोंक दी। जाट बिरादरी से कैबिनेट मंत्री चौ. भूपेंद्र सिंह व चौ. लक्ष्मी नारायण ने तो यहीं डेरा डाल लिया। वह दोनों जाट बाहुल्य हर गांव का दौरा कर मतदाताओं से सीधे बात की। जाट नेता व शिक्षक विधायक प्रत्याशी डा. हरि सिंह ढिल्लो को जाटों की सभा कराने में लगाया। 

इन दिग्गजों के यहां सपा ने लगाई सेंध

जाट मतदाताओं को बांधे रखने में भाजपा सफल तो रही मगर उसके कई दिग्गजों के गांव में भी सेंध लगाने में सपा प्रत्याशी सफल रहे। विशेषकर जाट बाहुल्य गांवों में शामिल दलपतपुर डेयरी के चेयरमैन व भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रदीप चौधरी के गांव चोटीपुरा में सपा ने 110 वोट झटक लिए। भाजपा के जिला उपाध्यक्ष भूप सिंह के गांव हाशमपुर में 156 वोट, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष गिरीश त्यागी के गांव जमनाखास में 146 वोट व भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री पिछड़ा मोर्चा जसवंत गूजर के गांव बिकनी में 316 वोट पाने में सपा कामयाब रही। इसी तरह पपसरा में भी सपा को 380 वोट मिले। हालांकि यह गांव सपा के बड़े नेता रहे स्व. चौ. चंद्रपाल सिंह का है, जहां से उनकी पुत्रवधू रेनू चौधरी जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुकी हैं। इसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी को यहां 568 वोट हासिल हुए हैं।

सभासद आगे, प्रदेश उपाध्यक्ष पीछे

उपचुनाव में एक विशेष बात यह भी रही कि नौगावां सादात निवासी भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष आफताब आडवाणी के बूथ पर पार्टी प्रत्याशी को महज 59 वोट हासिल हुए जबकि, सपा ने यहां से 532 वोट झटके हैं। जबकि नौगावां से ही भाजपा के नामित सभासद ताबिज आब्दी के बूथ परभाजपा को 141 व सपा को 598 वोट मिले हैं। 

chat bot
आपका साथी