Electrical accident : पेड़ों से आम तोडऩा भी खतरनाक, रामपुर में करंट से झुलस गया युवक

Electrical accident पेड़ों से आम तोड़ते समय भी बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। हादसा कमजोर डाल से ही नहीं बल्कि करंट से भी हो सकता है।

By Narendra KumarEdited By: Publish:Mon, 15 Jun 2020 07:00 PM (IST) Updated:Mon, 15 Jun 2020 07:00 PM (IST)
Electrical accident : पेड़ों से आम तोडऩा भी खतरनाक, रामपुर में करंट से झुलस गया युवक
Electrical accident : पेड़ों से आम तोडऩा भी खतरनाक, रामपुर में करंट से झुलस गया युवक

रामपुर। इस समय जगह-जगह पर लोग पेड़ों पर आम तोड़ते हुए देखे जा सकते हैं, कई बार यह जानलेवा भी हो जाता है। जिले के बिलासपुर इलाके में ऐसा ही हुआ। गांव पिपलिया अहला में आम के पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ते समय ग्रामीण को करंट लग गया, जिससे वह झुलसकर गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल की चीख पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मामले से विभागीय अधिकारियों को अवगत कराकर हंगामा किया। वहीं घटना स्थल पर पहुंचे बिजली कर्मियों और ग्रामीणों में खूब नोकझोक हुई।

यह है पूरा मामला

गांव निवासी गुरप्रीत ङ्क्षसह का गांव के निकट ही आम का बाग है। केमरी कस्बे के मुहल्ला माजुल्लानगर निवासी सलीम अहमद बाग की देखभाल करता है। सोमवार सुबह बूंदाबांदी के दौरान वह पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ रहा था। इसी बीच बाग के ऊपर से गुजर रही बिजली लाइन की चपेट में आकर झुलसकर नीचे गिर गया। चीख पुकार सुनकर आसपास खेतों में मौजूद लोग मौके पर पहुंचे और उसे आनन-फानन में निजी चिकित्सालय में भर्ती करवाया। ग्रामीणों की सूचना पर विद्युत उपखंड अधिकारी संजय कुमार व जेई योगेश कुमार तथा टीम मौके पर पहुंची। वे ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत करवाने का प्रयास करने लगे। ग्रामीणों और अधिकारियों में नोकझोक हुई। ग्रामीण लाइन को बाग के ऊपर से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट कराने की मांग करने लगे। विभागीय अधिकारियों का कहना था कि उक्त लाइन को इतना आसानी से नहीं हटाया जा सकता था। इसी बात को लेकर करीब दो घंटे तक हंगामा होता रहा। बाद में आक्रोशित ग्रामीण केमरी थाने पहुंचे। उन्होंने विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।

लाइन हटाना आसानी नहीं

एसडीओ का कहना है कि उक्त लाइन को करीब तीन वर्ष पूर्व खींचा गया था। लाइन को हटाना एक आसान कार्य नहीं है। प्रक्रिया के अनुसार ही लाइन को हटाया जा सकता है। मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया है। उनके निर्देशानुसार ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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