बाजार से चार गुना ज्यादा दर पर लगाए वाटर कूलर

सूचना के अधिकार कानून से मिली जानकारी में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जिस वाटर कूलर की बाजार में कीमत 22 हजार रुपये है उसे नगर पालिका परिषद द्वारा 97 हजार में लगाकर लाखों की हेराफेरी की गई। मामले का पर्दाफाश होने पर आरटीआई कार्यकर्ता ने मंडलायुक्त से मामले की शिकायत की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 28 Dec 2019 06:01 PM (IST) Updated:Sat, 28 Dec 2019 06:01 PM (IST)
बाजार से चार गुना ज्यादा
दर पर लगाए वाटर कूलर
बाजार से चार गुना ज्यादा दर पर लगाए वाटर कूलर

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : सूचना के अधिकार कानून से मिली जानकारी में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जिस वाटर कूलर की बाजार में कीमत 22 हजार रुपये है, उसे नगर पालिका परिषद द्वारा 97 हजार में लगाकर लाखों की हेराफेरी की गई। मामले का पर्दाफाश होने पर आरटीआई कार्यकर्ता ने मंडलायुक्त से मामले की शिकायत की है।

सूचना का अधिकार के तहत नगर पालिका परिषद से लगाए गए वाटर कूलरों पर खर्च की जानकारी मांगी गई तो इसे देने में काफी हीलाहवाली की गई। कई पत्राचार के बाद जब पालिका ने जानकारी दी तो इस खेल से परदा उठ गया। जिस एजेंसी से वाटर कूलर की सप्लाई की गई थी, उसी एजेंसी ने इनकी कीमत 22 हजार बताई और बाकायदा कोटेशन भी दिया। लेकिन नगर पालिका परिषद के दस्तावेजों में वाटर कूलर लगाने की वास्तविक कीमत 97900 रुपया दर्शायी गई है। आरटीआई कार्यकर्ता इरशाद अली ने बताया कि एक ही एजेंसी की चार फर्में बनाकर अलग-अलग भुगतान किया गया जो कि संदिग्ध है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि मंडलायुक्त को मामले की शिकायत की गई है। एलइडी लाइट्स खरीद में धांधली

जनपद में वाटर कूलर ही नहीं बल्कि एलइडी लाइट्स की खरीद में भी व्यापक धांधली की गई है। इन सामानों की खरीद शहर के ही एक इलेक्टिक एजेंसी से की गई है। इसके दस्तावेज आरटीआई के तहत प्राप्त हुए हैं। इरशाद अली ने बताया कि विभाग ने जो जानकारियां दी हैं, उसकी जांच होने पर पूरे मामले का खुलासा हो जाएगा।

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