चेन्नई से 21 प्रवासी, 21वें दिन साइकिल से पहुंचे घर

विकास खंड क्षेत्र के खचहा गांव के 21 प्रवासी साइकिल द्वारा 21 दिन पर घर पहुंचे अपने को अपनों के बीच पाकर जहां प्रवासियों के चेहरे पर थकान महसूस नहीं हो रहे थे। वही गांव के लोग भी अपने परिवार को पाकर सारे शिकवे सरकार के भूल गए।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 May 2020 07:14 PM (IST) Updated:Fri, 29 May 2020 09:38 PM (IST)
चेन्नई से 21 प्रवासी, 21वें दिन साइकिल से पहुंचे घर
चेन्नई से 21 प्रवासी, 21वें दिन साइकिल से पहुंचे घर

जासं, पटेहरा (मीरजापुर) : विकास खंड क्षेत्र के खचहा गांव के 21 प्रवासी साइकिल द्वारा 21 दिन बाद घर पहुंचे। अपने को अपनों के बीच पाकर जहां प्रवासियों के चेहरे पर थकान महसूस नहीं हो रहे थे। वही गांव के लोग भी अपने को पाकर सारे शिकवे सरकार के भूल गए। प्रवासियों ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्रदेश सरकार से भी साधन का सहयोग मांगा गया था किसी ने हम गरीबों की पुकार नहीं सुनी। मजबूरन घर से पैसा मंगवा कर साइकिल द्वारा खून पसीना बहा कर अपनी माटी में पहुंचा हूं।

प्रवासियों में धर्मेंद्र कुमार, नीरज कुमार, संजय कुमार आदि ने बताया कि मार्च तक का वेतन कंपनी दी थी इसके बाद कंपनी बंद हो गई और हम लोगों को बाहरी मान कर केवल कमरे से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था। भूखे रहने पर घर से पैसा मंगा कर साइकिल खरीद कर 21 वें दिन घर गांव देखने को नसीब हुआ। वही अभिमन्यु, विकास, संदीप, मंगला, कमलेश, भीम, रामसेवक एवं सूरज आदि ने बताया कि मार्च महीने का वेतन खा लिया घर आने के लिए सभी को पैसा मंगाना पड़ा। बताया कि वहां की सरकार कुछ सुनीं नहीं जिससे भूखा रहना मरने के बराबर था। किसी प्रकार साइकिल चला कर चेन्नई से घर पहुंचा हूं।

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