विभाग की मिलीभगत से नहीं रुक रहा ओवरलोड परिवहन का खेल

अनुमति 25 टन ले जाने की ले जा रहे 40 से 50 टन बोल्डर ओवरलोड वाहन चलने से सड़कें हो रह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 07:00 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 11:40 PM (IST)
विभाग की मिलीभगत से नहीं रुक रहा ओवरलोड परिवहन का खेल
विभाग की मिलीभगत से नहीं रुक रहा ओवरलोड परिवहन का खेल

अनुमति 25 टन ले जाने ,की ले जा रहे 40 से 50 टन बोल्डर

ओवरलोड वाहन चलने से सड़कें हो रही क्षतिग्रस्त

आए दिन राहगीरों और स्कूली बच्चे भी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं।

जागरण संवाददाता पड़री (मीरजापुर) : क्षेत्र के पड़री, चांदलेवा, सगबना मार्ग पर परिवहन विभाग की अनदेखी से ओवरलोडिग परिवहन नहीं रूक रहा है। वाहनों के ओवरलोड चलने के कारण सड़कों का हाल दयनीय हो चुके हैं। सीसी सड़कों के साथ डामर सड़कें भी गायब हो गई है। आए दिन राहगीरों और स्कूली बच्चे भी दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। स्थिति यह है कि पड़री मुख्यालयों को जोड़ने वाली सड़कें पांच से आठ टन तक पास है, लेकिन उस पर 40 से 50 टन ओवरलोड ट्रक और डंपर हजारों की संख्या में दौड़ रहे हैं। इससे सड़कें गड्ढों में तब्दील हो गई है, परंतु इस मामले में प्रशासन ने अभी तक चुप्पी साध रखी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा अवगत कराने के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।

चांदलेवा के आसपास से बड़ी मात्रा में पट्टाधारकों के नाम पर खनन का कार्य किया जा रहा है। एक बड़ा क्रशर प्लांट लगा है यहां रात दिन कई डंपर, ट्रक से गिट्टी, बोल्डर लेकर कई जिलों में ले जा रहे हैं। इससे सबसे अधिक नुकसान सड़कों व सड़क के अगल बगल के ग्रामीणों को पहुंच रहा है। कस्बे के मुख्य रोड पर सरपट दौड़ रहे अवैध खनन के इमारती पत्थर से ओवरलोड लदे मोटरवाहन दुर्घटनाओं के सबब बने हुए हैं। वन खनिज विभाग एवं परिवहन विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को बार -बार अवगत कराने के बावजूद इनके संचालकों के विरुद्ध अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की जा सकी है, जिससे उनके हौसले बुलंद हैं। कहा जाता है कि ट्रकों में 25 टन पत्थर ले जाने का प्रावधान है, लेकिन खनन माफियाओं प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के चलते अपने वाहनों में 40 से 50 टन तक ओवरलोड पत्थर लादकर बेखौफ सड़कों पर दौड़ रहे हैं। ऐसे में कभी भी बड़ी हादसा होने की संभावना बनी रहती है। वर्जन ओवरलोड वाहनों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए अभियान चलाया जाता रहा है। आगे भी चलेगा। सड़कों पर ओवरलोड चलने वाले वाहन बख्शे नहीं जाएंगे।

ओपी सिंह आरटीओ प्रवर्तन

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