संत रविदास ने सामाजिक कुरीतियों को किया दूर

संत शिरोमणि रविदास जयंती समारोह समिति की ओर से समाज में सछ्वावना को बढ़ावा देने के लिए समरसता सहभोज कार्यक्रम का आयोजन लालडिग्गी स्थित लायंस स्कूल परिसर में मंगलवार को किया गया। इस दौरान संत शिरोमणि का समाज और देश के प्रति योगदान को याद किया गया और सभी समुदाय के लोगों ने एक साथ बैठकर भोजन किया। मुख्य अतिथि व काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि संत रविदास ने जीवन भर सामाजिक कुरीतियों को दूर किया। सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए जन जागरण भी किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Feb 2019 11:15 PM (IST) Updated:Wed, 20 Feb 2019 11:15 PM (IST)
संत रविदास ने सामाजिक  कुरीतियों को किया दूर
संत रविदास ने सामाजिक कुरीतियों को किया दूर

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : संत शिरोमणि रविदास जयंती समारोह समिति की ओर से समाज में सछ्वावना को बढ़ावा देने के लिए समरसता सहभोज कार्यक्रम का आयोजन लालडिग्गी स्थित लायंस स्कूल परिसर में मंगलवार को किया गया। इस दौरान संत शिरोमणि का समाज और देश के प्रति योगदान को याद किया गया और सभी समुदाय के लोगों ने एक साथ बैठकर भोजन किया। मुख्य अतिथि व काशी प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि संत रविदास ने जीवन भर सामाजिक कुरीतियों को दूर किया। सामाजिक कुरीतियों को मिटाने के लिए जन जागरण भी किया।

उन्होंने कहा कि संत रविदास जी की जंयती जनता मना रही है। सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए जागरूकता और एकजुट करने का काम किया। उनके समय में जातिवाद, छुआछुत चरम पर था। कार्यक्रम संयोजक श्याम सुंदर केशरी ने कहा कि संत रविदास की जयंती पर संकल्प लेने की जरूरत है। उन्होंने ¨हदुओं को एकता के सूत्र में पिरोने का कार्य किया। उनके विचार आज भी प्रासंगिक है। उनका मानना था कि कर्म ही पूजा है और कर्म ही धर्म है। इस दौरान राम मिलन, प्रकाशचंद्र सर्राफ, जगदीश, चंद्रमोहन आदि मौजूद थे।

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