अस्पतालों से निकलने वाले कूड़ा सड़कों पर फैला पड़ा

स्थानीय विकास खंड में निजी अस्पताल ही खुद लोगों की स्वास्थ्य का दुश्मन बन गया है। अस्पताल में रोजाना निकलने वाले बायोवेस्ट के निस्तारण के उचित प्रबंध नहीं हैं। निजी अस्पताल में इन दिनों बायोवेस्ट खुले में बिखरा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Nov 2019 06:41 PM (IST) Updated:Wed, 20 Nov 2019 06:41 PM (IST)
अस्पतालों से निकलने वाले 
कूड़ा सड़कों पर फैला पड़ा
अस्पतालों से निकलने वाले कूड़ा सड़कों पर फैला पड़ा

जागरण संवाददाता, राजगढ़ (मीरजापुर) : स्थानीय विकास खंड में निजी अस्पताल ही खुद लोगों की स्वास्थ्य का दुश्मन बन गया है। अस्पताल में रोजाना निकलने वाले बायोवेस्ट के निस्तारण के उचित प्रबंध नहीं हैं। निजी अस्पताल में इन दिनों बायोवेस्ट खुले में बिखरा हुआ है। राजगढ़ क्षेत्र में एक दर्जन से ज्यादा निजी अस्पताल खुले हैं लेकिन सभी लोग इधर-उधर अस्पताल का कूड़ा करकट फेंक रहे हैं। जिसका लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। यह आरोप क्षेत्रवासियों ने लगाते हुए लापरवाही बरतने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

क्षेत्र में स्थित अस्पताल से निकलने वाली पट्टियां, सीरिज, खाली बोतल, टिश्यू आदि मेडिकल कचरे का ढेर जिला सरकारी बैंक के पास पड़ा है। बैंक में आने जाने वाले उपभोक्ताओं एवं बैंक कर्मियों को दुर्गंध की स्थिति से गुजरना पड़ रहा है। इसी के बगल में इंटर कॉलेज के बच्चे गुजरते हैं तो मुंह पकड़ा बांध कर जाते है वही गंदगी से बीमारियां अपनी पांव पसार रही हैं। जिससे दुर्गंध ना होने पाए लेकिन निजी अस्पतालों पर कार्रवाई ना होने से क्षेत्रीय लोगों में रोष व्याप्त है। सरकार स्वच्छ भारत अभियान का सपना देख रही है। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि इसके बावजूद भी अस्पताल प्रबंधन द्वारा बायोवेस्ट को खुले परिसर में फेंका जा रहा है। यह हालात तब हैं जब डॉक्टर खुद बायोवेस्ट को खुले में फेंकने से जनस्वास्थ्य पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के बारे में बखूबी जानते हैं।

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