शराब कारोबार ने छीने 40 महिलाओं के सुहाग

लालगंज थानाक्षेत्र के तेंदुहनी गांव व उसके आसपास के करीब आधा दर्जन गांवों का दौरा किया जाए तो विधवाओं की संख्या देखकर कोई भी चौंक सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 May 2019 06:42 PM (IST) Updated:Sat, 04 May 2019 11:30 PM (IST)
शराब कारोबार ने छीने  40 महिलाओं के सुहाग
शराब कारोबार ने छीने 40 महिलाओं के सुहाग

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : लालगंज थानाक्षेत्र के तेंदुहनी गांव व उसके आसपास के करीब आधा दर्जन गांवों का दौरा किया जाए तो विधवाओं की संख्या देखकर कोई भी चौंक सकता है। पुलिस प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से चल रहे अवैध शराब कारोबार से गांव के गांव तबाह हो रहे हैं और महिलाओं की शिकायत पर उन्हें सहायता की जगह धमकियां मिलती हैं। इससे आजिज दो दर्जन विधवाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।

तेंदुहनी गांव की धनकेशरी (55) पत्नी स्व. रामजतन, फोटो देवी (35) पत्नी स्व. रामभजन, अमरावती देवी (30) पत्नी स्व. कमलाशंकर, फुलवंती (65) पत्नी स्व. जुगुल, घुटरी (60) पत्नी स्व. गेंदालाल, जुरसत्ती (48) पत्नी स्व. बद्री, प्रेमा (35) पत्नी स्व. जानता प्रसाद सहित गंगा देवी, शांति, फुलवासी, तिजिया, फुलरी, विद्या, रजवंती, जलेबा, शुभरानी कुछ ऐसे नाम हैं जिनके पतियों की मौत अवैध शराब पीने से हुई। तेंदुहनी ही नहीं आसपास के आधा दर्जन गांवों में 40 से ज्यादा महिलाएं असमय विधवा हो चुकी हैं और बेबसी की जिदगी जीने पर विवश हैं। इसके बावजूद अवैध शराब का कारोबार अभी तक बंद नहीं हुई। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट में न्याय की आस लेकर पहुंची महिला गंगा ने बताया कि गांव के दबंग लोग नकली शराब बनाकर थोक व फुटकर बिक्री करते हैं। इसकी जानकारी पुलिस विभाग को भी है लेकिन कभी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। नतीजन रोजाना लोग नकली शराब पीकर मर जाते हैं। इसके बाद इन दबंगों की बदसलूकी बढ़ जाती है, वे विधवा महिलओं से अनैतिक कार्य कराते हैं और विरोध पर पिटाई की जाती है। महिलाओं ने जिलाधरिकारी से न्याय की गुहार लगाई है। जमीन व मकान पर कब्जा

पीड़ित विधवाओं ने पत्रक देकर अवैध शराब कारोबारियों व पुलिस पर आरोप लगाया कि घर के आदमी की मौत के बाद विधवाओं की जमीन व मकान पर जबरन कब्जा किया जाता है। विधवा महिला धनकेशरी ने जब इसका विरोध किया तो पुलिस ने उसके 13 वर्ष के बेटे पर ही मुकदमा दर्ज कर दिया। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से इंदिरा आवास तक गिराकर कब्जा किया गया है।

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी