भूमाफियाओं का कब्जा बेअसर एंटी टास्क फोर्स

भूमाफियाओें द्वारा गरीबों व असहायों की जमीनों पर किए गए कब्जे को मुक्त कराने के लिए एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था। एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का काम था कि भूमाफियाओं को चिहित करने के साथ ही उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करना है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। आज भी गरीब और असहाय जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा किए गए कब्जे को हटवाने के लिए जिलाधिकारी और तहसील कार्यालयों का चक्कर लगा रही है लेकिन न्याय मिलना तो दूर उनको कानूनगो और लेखपाल द्वारा उलटे प्रताड़ित करके भगा दिया जा रहा है। राजस्व विभाग के कर्मचारियों की सांठ-गांठ के चलते जनपद में काफी जमीनों पर भूमाफियाओं का कब्जा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 01 Dec 2019 11:11 PM (IST) Updated:Sun, 01 Dec 2019 11:11 PM (IST)
भूमाफियाओं का कब्जा
बेअसर एंटी टास्क फोर्स
भूमाफियाओं का कब्जा बेअसर एंटी टास्क फोर्स

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : भूमाफियाओें द्वारा गरीबों व असहायों की जमीनों पर किए गए कब्जे को मुक्त कराने के लिए एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था। एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स का काम था कि भूमाफियाओं को चिहित करने के साथ ही उनके खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करना है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। आज भी गरीब और असहाय जमीन पर भूमाफियाओं द्वारा किए गए कब्जे को हटवाने के लिए जिलाधिकारी और तहसील कार्यालयों का चक्कर लगा रही है, लेकिन न्याय मिलना तो दूर उनको कानूनगो और लेखपाल द्वारा उलटे प्रताड़ित करके भगा दिया जा रहा है। राजस्व विभाग के कर्मचारियों की सांठ-गांठ के चलते जनपद में काफी जमीनों पर भूमाफियाओं का कब्जा है।

राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मिलीभगत से ही बीते दिनों ब्लाक प्रमुख हलिया ने दो गांवों की 51 बीघा जमीन अपने व अपने परिवार के लोगों के नाम दर्ज करा लिया था। हांलाकि मामला संज्ञान में आने के बाद लालगंज तहसील के हलिया ब्लाक प्रमुख को जिला प्रशासन की जांच के बाद भूमाफिया घोषित कर ही दिया है। एसडीएम लालगंज शिवप्रसाद सहित दो सदस्यीय टीम ने शिकायतों के आधार पर राजस्व रिकार्ड की जांच में शिकायत सही पाया। इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा फिर 51 बीघे जमीन को ग्राम सभा की जमीन घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई। ब्लाक प्रमुख व उनके परिवार के सात अन्य लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई गई। लेखपालों द्वारा पूरी जमीन को 10 वर्ष के भीतर अलग-अलग समय में अलग-अलग व्यक्तियों के नाम किया गया, जिसकी जांच में यह साफ हुआ कि राजस्व कर्मियों की मिलीभगत से यह सारा खेल किया गया है। रमईपट्टी की बुटेली उफ महदेई, सक्तेशगढ़ मड़िहान की जीरवंती देवी आदि भी अपनी जमीनों पर से कब्जा हटवाने के लिए बार-बार जिला मुख्यालय पर फरियाद लेकर पहुंच रही हैं। रुखड़घाट में गंगा किनारे लगभग 60 हजार वर्ग मीटर की पीडब्लूडी की जमीन है। सरकारी जमीन होने के बावजूद मनबढ़ व भूमाफिया द्वारा जमीन पर कब्जा करके बेचा जा रहा है।

-----

वर्जन

भूमाफियाओं और ऐसे लेखपालों व कानूनगो को भी चिहित किया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी गरीब या बेसहारा व्यक्ति के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।

- यूपी सिंह, एडीएम वित्त व राजस्व, मीरजापुर।

chat bot
आपका साथी