सोशल मीडिया पर छाया रहा अपहरण का मामला

मड़िहान थानाक्षेत्र से अपहृत किशोरी से बचकर वापस घर पहुंचने की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित होने के बाद बुधवार को यह सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। जनपद के युवा नेताओं ने जहां पुलिस के आलाधिकारियों को ट्विट किया वहीं प्रशासनिक अमले में भी खबर को लेकर पूछताछ का क्रम दिन भर चलता रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 07:12 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 07:12 PM (IST)
सोशल मीडिया पर छाया 
रहा अपहरण का मामला
सोशल मीडिया पर छाया रहा अपहरण का मामला

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मड़िहान थानाक्षेत्र से अपहृत किशोरी से बचकर वापस घर पहुंचने की खबर दैनिक जागरण में प्रकाशित होने के बाद बुधवार को यह सोशल मीडिया पर भी छाया रहा। जनपद के युवा नेताओं ने जहां पुलिस के आलाधिकारियों को ट्वीट किया वहीं प्रशासनिक अमले में भी खबर को लेकर पूछताछ का क्रम दिनभर चलता रहा।

युवा नेता आयुष सिंह ने सुबह की अखबार में छपी खबर को ट्वीट किया। इस पर कई लोगों ने पुलिस के प्रति नाराजगी जताते हुए कमेंट्स भी किए। इस खबर को रीट्वीट कर लोगों ने एक-दूसरे से शेयर किया। सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर भी खबर को खूब तवज्जो मिली और लोगों ने इसे शेयर किया। युवा उद्यमी विपेंद्र दूबे ने बताया कि जनपद से लापता होने वाले बालकों की सही तरह से तलाश नहीं की जाती जिसकी वजह से अपहरणकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं। कुछ महीने पहले ही कछवां थानाक्षेत्र के गोधना गांव की किशोरी स्कूल के लिए निकली लेकिन वापस नहीं लौटी। उस समय बच्चा चोर गैंग की अफवाह तेजी से चल रही थी और परिजनों ने आरोप लगाया कि बोलेरो गाड़ी से किशोरी का अपहरण किया गया। जनपद वासियों का कहना है कि बच्चों का लापता होना गंभीर विषय है और पुलिस को इस पर सक्रियता से काम करना चाहिए।

कहीं पुलिस का दबाव तो नहीं

मड़िहान थानाक्षेत्र से अपहृत छात्रा की खबर प्रकाशित होने के बाद बुधवार को उसे घर से लापता बताया गया। दोपहर बाद जब छात्रा के दादा व पिता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वे सभी घर पर नहीं हैं और काफी मानसिक तनाव में हैं। इससे जाहिर होता है कि प्रकाशन को लेकर पुलिस या अन्य लोगों द्वारा कहीं उन पर दबाव तो नहीं डाला जा रहा। हालांकि किशोरी को बरामद करने की चुनौती फिर से पुलिस के सामने है।

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