प्राध्यापकों के स्थानांतरण से शिक्षा व्यवस्था हुई बेपटरी

संसाधनों की कमी झेल रहे श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज में आधा दर्जन से अधिक प्राध्यापकों का एक साथ स्थानांतरण हो गया। इससे अध्यनरत लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं का भविष्य अब अधर में फंसता नजर आ रहा है। चितित अभिभावकों ने उच्च शिक्षा विभाग से रिक्त पदों पर शीघ्र प्राध्यापकों की नियुक्ति की मांग की।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 06:41 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 06:41 PM (IST)
प्राध्यापकों के स्थानांतरण से शिक्षा व्यवस्था हुई बेपटरी
प्राध्यापकों के स्थानांतरण से शिक्षा व्यवस्था हुई बेपटरी

जागरण संवाददाता, लालगंज (मीरजापुर) : संसाधनों की कमी झेल रहे श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज में आधा दर्जन से अधिक प्राध्यापकों का एक साथ स्थानांतरण हो गया। इससे अध्यनरत लगभग एक हजार छात्र-छात्राओं का भविष्य अब अधर में फंसता नजर आ रहा है। चितित अभिभावकों ने उच्च शिक्षा विभाग से रिक्त पदों पर शीघ्र प्राध्यापकों की नियुक्ति की मांग की।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी से संबद्ध श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज में प्राध्यापकों का स्थानांतरण होने के बाद विज्ञान संकाय के जुलाजी, बाटनी, गणित, भौतिक विज्ञान और कला संकाय के भूगोल व अंग्रेजी आदि विषयों के पद रिक्त हो गए। एक साथ स्थानांतरण से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी हो गई।

श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज की स्थापना वर्ष 1995 में स्वतंत्रता सेनानी स्व. डा. रामखेलावन मौर्य के प्रयास से हुआ था। तत्कालीन राज्यपाल मोतीलाल बोरा ने उस समय स्नातक का मान्यता दिया था। बाद में चार विषयों में पीजी की मान्यता हासिल कर लिया, परंतु प्राध्यापकों की कमी बीच-बीच में लगातार बनी रही। क्षेत्र के अभिभावक संतोष कुमार, राकेश प्रसाद, रहमत अली, अनुज सिंह ने शीघ्र रिक्त पदों पर तैनाती की मांग की है। पिछले वर्ष मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप पर हुई थी नियुक्ति

स्थानांतरित सभी प्राध्यापकों की नियुक्ति पछले वर्ष 2020 में मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप पर यहां हुई थी। उस समय छानबे विधायक राहुल प्रकाश कोल ने मुख्यमंत्री को प्राध्यापकों की नियुक्ति के लिए पत्र सौंपा था। तत्काल प्रभाव से रिक्त पदों पर प्राध्यापकों की तैनाती भी कर दी गई, लेकिन मौका मिलते ही अपनी सुविधानुसार सभी प्राध्यापक आनलाइन स्थानांतरण कराकर चलते बने।

वर्जन--

शासन द्वारा इस वर्ष प्राध्यापकों की बंपर भर्ती हुई। इसमें इतिहास सहित तीन नए प्राध्यापक आयोग से यहां पर आ गए हैं। शेष रिक्त छह पदों के लिए भी अगस्त के प्रथम सप्ताह में प्राध्यापक आने वाले हैं। स्थानांतरण की अपनी प्रक्रिया है। लोग आते-जाते रहते हैं। इस समय पीजी कालेज में परीक्षा चल रही है। इसके बाद पठन-पाठन सुचारु ढंग से शुरु होगी।

- केके गिरि, प्रभारी प्राचार्य,

श्रीमती इंदिरा गांधी राजकीय पीजी कालेज, लालगंज।

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