कोरोना की रफ्तार बढ़ी , 12 दिन में 857 संक्रमित

जागरण संवाददाता मीरजापुर पिछले 12 दिनों के अंदर जनपद में साढ़े आठ सौ संक्रमित मिल चुके

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 08:58 PM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 08:58 PM (IST)
कोरोना की रफ्तार बढ़ी , 12 दिन में  857 संक्रमित
कोरोना की रफ्तार बढ़ी , 12 दिन में 857 संक्रमित

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : पिछले 12 दिनों के अंदर जनपद में साढ़े आठ सौ संक्रमित मिल चुके हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितनी तेजी से इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसा कोई दिन नहीं जब 50 से अधिक संक्रमित न मिले हों। सबसे बड़ी बात यह है कि संक्रमितों को भर्ती करने के लिए एल-1 का जिले में कोई चिकित्सालय नहीं है। रविवार को कोरोना ने संक्रमितों का दोहरा शतक बना एक साल का रिकार्ड तोड़ दिया। हालात काफी बिगड़ चुके हैं। इसके चलते प्रशासन को रात्रि क‌र्फ्यू लगाना पड़ा, जिससे स्थिति को काबू किया जा सके।

शासन-प्रशासन की ओर से कोरोना संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए जनपद में कोई खास इंतजाम नहीं किए गए हैं। यही वजह है कि आए दिन इनकी संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। संक्रमितों को भर्ती करने के लिए यहां न तो एल-1 का चिकित्सालय है और न ही क्वारंटाइन सेंटर। जितने भी संक्रमित मिल रहे हैं, उनको होम आइसोलेट किया जा रहा है। अधिक गंभीर होने पर एल-2 में भर्ती कर दिया जा रहा है, फिर भी सुधार नहीं हो रहा है तो उसे बेहतर उपचार के लिए प्रयागराज या वाराणसी रेफर कर दिया जा रहा है। पिछले 11 दिनों में कुल 650 संक्रमित मिले हैं। इसमें से 49 लोग ठीक हुए हैं। वर्तमान में 857 केस एक्टिव हैं। संक्रमितों को भर्ती करने के लिए नहीं है कोई सुविधा

जनपद में संक्रमितों को भर्ती करने के लिए एल-1 का चिकित्सालय नहीं है। जो बुखार खांसी के मरीज आ रहे हैं, उन्हें क्वारंटाइन अस्पताल में भर्ती करने की बजाय मंडलीय चिकित्सालय में ही भर्ती कर दिया जा रहा है। जांच में वे कोरोना पाजिटिव पाए जा रहे हैं तो उनको कोरोना वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है या फिर होम आइसोलेट कर दिया जा रहा है। सबसे बड़ी बात यह है कि मरीजों को सांस की समस्या होने पर उनको लगाए जाने वाले आक्सीजन कैंप को सैनिटाइज नहीं किया जा रहा है। इससे जो पाजिटिव नहीं है, वे भी आक्सीजन कैंप में जाकर पाजिटिव हो जा रहे हैं। वर्तमान में 14 हजार 500 वैक्सीन है मौजूद

टीकाकरण के लिए शासन की ओर से भेजी गई वैक्सीन की पहली खेप समाप्त होने पर शनिवार की रात 20 हजार डोज की दूसरी खेप जिले में आ गई। रविवार को पांच हजार लोगों को वैक्सीन लगाने के बाद 14 हजार 500 वैक्सीन बची। इसमें से सोमवार को सेंटर पर आने वालों का टीकाकरण किया गया। एल-2 चिकित्सालय में 13 मरीज भर्ती जिले में कोरेाना संक्रमितों को भर्ती करने के लिए मात्र एक चिकित्सालय है, जिसे एल-2 के नाम से जाना जाता है। यह चिकित्सालय 50 बेड का है। इसमें दस बेड वेल्टिनेटर के हैं। प्रथम स्टेज के संक्रमितों को भर्ती करने के लिए एल-1 का कोई सेंटर नहीं है। जो संक्रमित हो रहा है उसको घर पर ही आइसोलेट कर दिया जा रहा है। उसे घर में 14 दिन तक बिताना पड़ रहा है। हालत खराब होने पर एल-2 का सेंटर में लाया जा रहा है। वर्तमान में एल-2 में 13 संक्रमित भर्ती हैं। एल-3 का यहां कोई सेंटर नहीं है। ऐसे में एल-3 के संक्रमितों को प्रयागराज या बीएचयू भेजा जाता है। इसके अलावा आइसीयू सेंटर है। इसमें संदिग्ध कोरोना मरीज को भर्ती किया जा रहा है। जांच के बाद इन्हें होम आइसोलेट या एल-2 में भेजा जा रहा है। 3080 जांच लंबित

जनपद में प्रतिदिन 1500 से दो हजार संदिग्धों के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे जा रहे हैं। इसमें एक हजार से अधिक लोगों की रिपोर्ट दूसरे या तीसरे दिन आ जा रही है। वर्तमान समय में 3080 जांच लंबित चल रही है। इसकी रिपोर्ट सोमवार की देर रात आने की संभावना है। अप्रैल माह में कोरोना की रफ्तार--- संक्रमित व स्वस्थ हुए लोग

एक अप्रैल -- 11 संक्रमित-- 01 स्वस्थ

दो अप्रैल -- 15---- 02

तीन अप्रैल---- 16---- 10

चार अप्रैल ---15---- 05

पांच अप्रैल ---- 21---- 03

छह अप्रैल---- 49 ----- 02

सात अप्रैल ---- 59 ----01

आठ अप्रैल -----72---- 01

नौ अप्रैल ------ 103---- 03

दस अप्रैल------- 82----- 05

11 अप्रैल -------207------ 16

12 अप्रैल----- 154 ---- 19 --------------------- होम आइसोलेट को भी शासन ने एल-1 सेंटर मानकर जिले में खोले गए अन्य एल-1 सेंटर को बंद कर दिया है। जहां तक कोरोना से बचाव के उपाय हैं तो सैंपल लिए जा रहे हैं। लोगों से सावधानी बरतने को कहा जा रहा है। कोरोना से बचाव का एकमात्र उपाय है।

- डा. पीडी गुप्ता, मुख्य चिकित्साधिकारी, मीरजापुर

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