इमरजेंसी में नहीं मिला कोई स्वास्थ्य कर्मचारी

मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के लिए रविवार को उपजिलाधिकारी विमल कुमार दुबे अचानक पहुंच गए इस दौरान इमरजेंसी में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं मिला और सभी नदारद रहे। यह देख एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए चिकित्सा प्रभारी को हिदायत देते हुए कहा कि यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इमरजेंसी में ड्यूटी बहुत ही जरूरी है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Sep 2019 06:15 PM (IST) Updated:Sun, 22 Sep 2019 10:44 PM (IST)
इमरजेंसी में नहीं मिला कोई स्वास्थ्य कर्मचारी
इमरजेंसी में नहीं मिला कोई स्वास्थ्य कर्मचारी

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मड़िहान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने के लिए रविवार को उपजिलाधिकारी विमल कुमार दुबे अचानक पहुंच गए, इस दौरान इमरजेंसी में कोई भी स्वास्थ्य कर्मी नहीं मिला और सभी नदारद रहे। यह देख एसडीएम ने नाराजगी जताते हुए चिकित्सा प्रभारी को हिदायत देते हुए कहा कि यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इमरजेंसी में ड्यूटी बहुत ही जरूरी है।

एसडीएम सीएचसी पहुंचे तो वहां गंदगी का अंबार लगा हुआ था और शनिवार का कचड़ा भी अस्पताल के एक टब में ही रखा गया था और वहां कोई भी स्वास्थ्य कर्मी मौजूद नहीं था हालांकि उनके पहुंचते ही सभी डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी भी थोड़ी ही देर में आ गए। जिस पर उन्होंने प्रभारी को कड़ी हिदायत दिया कि सड़क के किनारे अस्पताल होने की स्थिति में इमरजेंसी में स्वास्थ्य कर्मी जरूर सेवा के लिए तैयार रहें। उन्होंने स्टोर रूम और स्टॉक रजिस्टर को भी देखा। इसके बाद स्टोर रूम में घुसते ही पानी ऊपर से टपक रहा था और अंदर दवाओं का टोटा पड़ा हुआ था। पूछने पर फरमासिस्ट द्वारा बताया गया कि मलेरिया, रैपिड टेस्ट किट स्टॉक में नहीं है और पेरासिटामोल, खांसी का सिरप, एंटीबायोटिक बच्चों का सिरप, मल्टीविटामिन दवाएं तो बिल्कुल ही स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद नहीं है। जिस पर एसडीएम ने रजिस्टर को सीन करते हुए तत्काल सभी दवाओं को उपलब्ध कराते हुए लोगों को लाभ दिलाने के लिए चिकित्सा प्रभारी कौशल कुमार को निर्देशित किया। इस दौरान डा. कैलाश नाथ बिद, डा. अश्वनी सहाय, स्टाफ नर्स चंद्रप्रभा सिंह आदि उपस्थित रहे।

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