देशज दिवस कार्यक्रम में दिखी लोक संस्कृतियों के साथ अखंड भारत की झलक

जागरण संवाददाता चुनार (मीरजापुर) रामबाग स्थित सुरभि शोध संस्थान में रविवार को हनुमान प्र

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Dec 2020 06:19 PM (IST) Updated:Sun, 27 Dec 2020 06:19 PM (IST)
देशज दिवस कार्यक्रम में दिखी लोक संस्कृतियों के साथ अखंड भारत की झलक
देशज दिवस कार्यक्रम में दिखी लोक संस्कृतियों के साथ अखंड भारत की झलक

जागरण संवाददाता, चुनार (मीरजापुर) : रामबाग स्थित सुरभि शोध संस्थान में रविवार को हनुमान प्रसाद सत्यनारायण पोद्दार हायर सेकेंड्री स्कूल के बच्चों द्वारा देशज दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान यहां अध्ययनरत नेपाल, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों के छात्र-छात्राओं ने अपनी लोकसंस्कृति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि व आरएसएस के प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सोहन लाल श्रीमाली व विशिष्ट अतिथि पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन कन्हैया झा ने दीप प्रज्जवलन कर किया।

मुख्य अतिथि ने कहा कि अपनी लोक संस्कृतियों को लोग भूलते जा रहे हैं, ऐसे में हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए कि हम अपनी संस्कृति के पोषक व संवाहक बनें। कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि एक ही परिसर में पढ़ने वाले विभिन्न प्रदेशों समेत नेपाल के बच्चों को सुरभि शोध संस्थान भारतीय संस्कृति से परिचित कराने के साथ उनमें भारतीय संस्कारों की भावना मजबूत कर रहा है, यह अनुकरणीय पहल है। निदेशक सूर्यकांत जालान ने कार्यक्रम की प्रस्तावना और सुरभि द्वारा सामाजिक सरोकारों और पर्यावरण संरक्षण के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। इसके पूर्व हेमराज थापा, रोलियम बायोर व मुकिर दाई द्वारा भक्ति गीत पर प्रस्तुत बांसुरी वादन की धुन पर पंडाल में उपस्थित लोग झूमते रहे। नेपाल की इशिका भंडारी व उनके साथियों द्वारा प्रस्तुत नेपाली स्वागत गीत ने लोगों को मोह लिया। बिहार के छात्र छात्राओं ने अपना लोक नृत्य प्रस्तुत किया। संचालन हेमराज थापा व इशिका ने, स्वागत सुरभि के अमित चतुर्वेदी तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य डा. नागेंद्र पांडेय ने किया। इस अवसर पर अमरनाथ शुक्ल, तरुणकांति पाल, रमेश चंद्र, रामनारायण, दीपक सिंह, भाजपा नगर अध्यक्ष चंद्रहास गुप्ता, विजय बहादुर सिंह, नंदलाल केशरी, अखिलेश मिश्रा, आरएसएस के जिला प्रचारक रामबालक त्रिपाठी, विवेक सिंह, कलाधर चतुर्वेदी आदि थे।

chat bot
आपका साथी